पुरुषों में इनफर्टिलिटी का कारण बन रहा गर्म पानी से नहाना? कहीं सर्दी की भेंट ना चढ़ जाए पिता बनने की खुशी

Warm Water Causes Male Infertility: सर्दियों (Winter Season) के मौसम में हम सभी को गर्म पानी से नहाने में बहुत सुकून मिलता है, लेकिन यह भी सच है कि कई बार हम गर्माहट के चक्कर में अपनी ही सेहत के साथ खिलवाड़ कर बैठते हैं। कुछ ऐसा ही गर्म पानी से नहाने के बाद भी होता है। जी हां, अगर आप युवा हैं और सर्दियों में ज्यादा गर्म पानी से नहाना पसंद करते हैं तो आपके लिए यह खतरनाक हो सकता है। बदलती लाइफस्टाइल के कारण पुरुष अपनी सेहत के साथ काफी समझौता कर रहे हैं। आज के युवाओं में इनफर्टिलिटी (Infertility) की समस्याएं बहुत ज्यादा बढ़ रही है। इनफर्टिलिटी को लेकर हुए एक सर्वे के मुताबिक 40-50 फीसदी मामले पुरुषों की खराब स्पर्म क्वालिटी के कारण बढ़े हैं। जानकारी के लिए बता दें कि पिता बनने के लिए पुरुषों में स्पर्म की अच्छी क्वालिटी बहुत अहम फैक्टर होती है।
जानिए एक्सपर्ट्स की राय
विशेषज्ञों की माने तो 'आज ज्यादातर लोगों के लिए यह चिंता का विषय बन गया है कि कैसे स्पर्म की अच्छी क्वालिटी और काउंटिंग बरकरार रखी जाए ताकि वे पिता बनने के काबिल हों।' उन्होंने बताया कि फिजिकल रिलेशन बनाने के बाद एक स्पर्म को मैच्योर होने में कम से कम तीन महीने का समय लगता है। ऐसे में अगर आप हेल्दी लाइफस्टाइल अपनाते हैं तो 3 महीने बाद आपके स्पर्म की क्वालिटी में सुधार देखा जाएगा और उस वक्त आपके पिता बनने की संभावना काफी अधिक हो जायेगी।
अच्छी और हेल्दी डाइट के साथ ही आपको सर्दी के मौसम में गर्म पानी से नहाने से बचना चाहिए। अगर आप पिता बनने के लिए ट्राई कर रहे हैं तो आपको सर्दी में गर्म पानी से नहाने के आपने आनंद को छोड़ना होगा। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक आपको सर्दियों में पानी बीएस उतना ही गर्म करना है, जिससे की आपको नहाते समय ठंड ना लगे। अगर आप बहुत ही गर्म पानी से नहाते हैं तो आपको नॉर्मल और हेल्दी स्पर्म काउंट पाने में कम से कम छह महीने का समय लगेगा।
स्पर्म काउंट पर गर्म पानी का होता है असर?
स्पर्म काउंट पर गर्म पानी कैसे असर डालता है, ये जानने के लिए आपको हमारी बॉडी में बन रहे मेटाबोलिज्म को समझना होगा। स्पर्म का प्रोडक्शन पुरुष के टेस्ट्स (testes) में होता है और इसका तापमान हमारे शरीर के तापमान से करीब चार डिग्री सेल्सियत तक कम हो तभी इसका प्रोडक्शन हो सकता है। हमारे शरीर का नॉर्मल तामपाम 36 डिग्री सेल्सियस होता है। अगर पुरुषों के टेस्ट्स का तापमान 30-32 डिग्री सेल्सियस हो तो स्पर्म की क्वांटिटी और क्वालिटी बेहतर होगी। अगर आप रोजाना गर्म पानी से नहाते हैं तो इसका सीधा असर स्पर्म काउंट पर पड़ता है। यही कारन है कि इनफर्टिलिटी का इलाज करवा रहे लोगों को डॉक्टर इसी कारण ढीले कपड़े पहनने की सलाह देते हैं।
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