पुरुषों को नहीं... महिलाओं को शिकार बना रहा Thyroid, जानिए इसके आम लक्षण

पुरुषों को नहीं... महिलाओं को शिकार बना रहा Thyroid, जानिए इसके आम लक्षण
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World Thyroid Awareness Day 2023: वर्ल्ड थायरॉइड अवेयरनेस डे के अवसर पर हम आपको बताएंगे कि यह बीमारी महिलाओं को ही ज्यादा शिकार क्यों बनाती है। साथ ही, जानिए महिलाएं इसके लक्षणों को पहले से क्यों नहीं समझ पाती हैं।

World Thyroid Awareness Day 2023: थायरॉइड (Thyroid) बॉडी में मौजूद तितली के आकार की एक ग्लैंड है, जो गर्दन के सामने वाले हिस्से में मौजूद होती है। यह शरीर की ज्यादातर मेटाबॉलिक प्रक्रियाओं को नियंत्रित करती हैं। यह ग्लैंड T3 और T4 हॉर्मोन बनाकर स्राव (Secretion) करती है। ये दोनों हॉर्मोन शरीर के महत्वपूर्ण कार्यों को नियंत्रित करते हैं। इन हॉर्मोन के असंतुलन से कई स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं, जैसे कि वेट मैनेजमेंट में समस्या, दिल की बीमारी और फर्टिलिटी से जुड़ी परेशानियां।

विशेषज्ञों के मुताबिक, महिलाओं को थायरॉइड समेत इससे जुड़ी अन्य बीमारियां होने का खतरा ज्यादा होता है। पुरुषों की तुलना में महिलाएं थायरॉइड की बीमारी की शिकार ज्यादा होती हैं, खासकर प्रेगनेंसी और मेनोपॉज के बाद ऐसा होता है। आपको जानकर हैरानी होगी कि दुनिया भर में हर आठ में से एक महिला थायरॉइड की बीमारी से पीड़ित है, फिर भी 60% महिलाएं इसके लक्षणों के बारे में अनजान हैं।

थायरॉइड के 12 सबसे आम लक्षण (Thyroid Symptoms)

अचानक वजन घटना या बढ़ना

पीरियड्स में असंतुलन

पॉलीसिस्टिक ओवेरियन सिंड्रोम

हाई ब्लड प्रेशर

सुस्ती और थकान

ड्राई स्किन और हेयर प्रोबलम

कब्ज

चिड़चिड़ापन और हताशा

ज्यादा पसीना आना

स्कैल्प संबंधी समस्या

उभरी हुई आंखें

इनफर्टिलिटी।

महिलाओं में थायरॉइड का खतरा ज्यादा क्यों

वैज्ञानिक रूप से इस तथ्य का पता नहीं चला है कि महिलाएं थायरॉइड की चपेट में ज्यादा क्यों आती हैं। हालांकि, आशंका है कि थायरॉइड (Thyroid) रोग का विकास ऑटोइम्युनिटी से जुड़ा हुआ है, जो आमतौर पर पुरुषों के मुकाबले महिलाओं में ज्यादा होता है। महिलाओं में थायरॉइड हॉर्मोन और पीरियड्स साइकिल, प्रेगनेंसी और मेनोपॉज के दौरान अक्सर होने वाला असंतुलन भी इसका प्रमुख कारण है। विशेषज्ञों का कहना है कि किसी भी उम्र की महिलाओं को थायरॉइड हो सकता है, लेकिन जिन महिलाओं ने हाल ही में बच्चे को जन्म दिया है या जो 60 वर्ष और उससे ज्यादा उम्र में मेनोपॉज (Menopause) से गुजर रही हैं, उनमें इसका खतरा ज्यादा होता है। वहीं आनुवांशिक, पर्यावरण और लाइफस्टाइल के कारणों से महिलाओं में होने वाली ऑटोइम्यून डिजीज (Autoimmune Disease) का खतरा बढ़ जाता है।

इससे बचाव के लिए लाइफस्टाइल में करें ये बदलाव

- आयोडीन का सेवन करें।

- रोजाना एक्सरसाइज करना।

- पर्याप्त मात्रा में नींद लेना बेहद जरूरी है।

- शराब और तंबाकू जैसे हानिकारक चीजों से बचें।

थायरॉइड से ग्रस्त लोग इन चीजों के सेवन से बचें

- विशेषज्ञों के मुताबिक, जिन लोगों को थाइराइड की समस्या होती है, उन्हें गोइट्रोजन वाली चीजों का सेवन करने से बचना चाहिए। कई खाद्य पदार्थों जैसे सोया प्रोडक्ट्स, ब्रोकोली और फूलगोभी जैसी सब्जियों में गोइट्रोजन पाया जाता है। आपको इनका सेवन करने से बचना चाहिए।

- मीठी चीजों या ऐसे खाद्य पदार्थ जिनमें ऐडेड शुगर की मात्रा होती है, इनसे थायरॉइड का जोखिम बढ़ जाता है। विशेषकर ऐडेड शुगर वाली चीजों में एस्पार्टेम (न्यूट्रास्वीट) और सुक्रालोज (स्प्लेंडा) की मात्रा ज्यादा होती है, जो थायरॉइड के हाई लेवल से संबंधित हैं।

- कई विशेषज्ञों के मुताबिक, कैफीन युक्त चीजों के कम सेवन की सलाह देते हैं, जिन लोगों को थायरॉइड की समस्या होती है, उनके लिए कैफीन युक्त चीजों का सेवन और भी नुकसानदायक हो सकता है।

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