Newborn Baby Care: पहली बार बनने जा रहीं मां, तो ऐसे रखें अपने न्यू बोर्न बेबी का ध्यान

how to take care a newborn baby : जब आप पहली बार मां बनती हैं तो आपके मन में कई तरह के सवाल होते हैं। जैसे बच्चे का ध्यान कैसे रखना है, कितनी बार ब्रेस्ट फीडिंग (breast feeding) करानी है, उसे कपड़े कैसे पहनाने हैं, जिस रूम में बच्चा रहेगा, उसका तापमान कितना होना चाहिए, बच्चे को कितने दिन बाद नहलाना चाहिए, इत्यादि-इत्यादि। आइए जानते हैं कि न्यू बोर्न बेबी का ध्यान कैसे रखना चाहिए।
1- बच्चे को ज्यादा कपड़े पहनाने से बचें
एक्सपर्ट्स बताते हैं कि जब बच्चे का जन्म होता है, तो उसे सर्दी, गर्मी और बरसात के मौसम के हिसाब से ज्यादा कपड़े पहना देते हैं। महिलाओं को डर रहता है कि कहीं बच्चे को ठंड न लग जाए, लेकिन ऐसा नहीं है मां और न्यू बोर्न बेबी को एक समान ठंड लगती है। हालांकि, बच्चे को ठीक से ढक कर रखना जरूरी है, बच्चे को ऐसे कपड़े पहनाने चाहिए, जिनमें उसे आराम महसूस हो।
2- हर दो से तीन घंटे में पिलाना चाहिए दूध
बच्चे के लिए मां का दूध बहुत जरूरी होता है, इससे ही बच्चे का विकास होता है। इसलिए आपको हर दो से तीन घंटे में एक बार बच्चे को दूध पिलाना चाहिए। वहीं जिन महिलाओं को दूध कम आ रहा है, तो उन्हें विशेषज्ञ से सलाह के बाद अपनी डाइट में ऐसे फूड्स को शामिल करना चाहिए, जिनकी मदद से दूध बढ़ जाएं।
3- नाल उतारने के बाद ही बच्चे को नहलाएं
जब बच्चे का जन्म होता है, तो उसकी नाभि में एक नाल लगी रहती है। एक्सपर्ट्स बताते हैं कि इस नाल के निकलने के बाद ही बच्चे को नहलाना चाहिए। वरना कोई समस्या हो सकती है। इसलिए, तब तक आप कॉटन के कपड़े को गुनगुने पानी में भिगोकर बच्चे के शरीर को साफ कर सकती हैं।
4- गुनगुने पानी से नहलाएं
नवजात शिशु को आप हफ्ते में केवल तीन बार ही नहला सकते हैं। वहीं नहलाने के लिए गुनगुने पानी का इस्तेमाल करें। बच्चे को ज्यादा नहलाने से उसकी स्किन ड्राई हो सकती है।
5- दूध पिलाने के बाद दिलाए डकार
बच्चे को दूध पिलाने के बाद डकार दिलाएं क्योंकि जब बच्चा दूध पीता है, तो उसके पेट में हवा भर जाती है। अगर डकार न दिलाई जाए तो यह हवा बढ़ती रहती है। इससे बच्चा सारा दूध उलट देता है। इसलिए दूध पिलाने बाद बच्चे को कंधे पर लेकर उसकी पीठ सहलाएं। इससे उसे जल्दी डकार आ जाएगी।
6- सामान्य होना चाहिए कमरे का तापमान
जिस कमरे में बच्चे को रखा जाता है, उस रूम का तापमान सामान्य होना चाहिए। कुछ लोग एसी चलाने से भी डरते हैं और कम स्पीड पर फैन चलाते हैं। इसकी वजह से बच्चे को गर्मी लग सकती है और वह बेचैन हो सकता है। इसलिए रूम के तापमान में कोई बदलाव नहीं करना चाहिए।
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