Health Tips: आंखें खोलती हैं शरीर में पनप रही बीमारियों के राज, दिखें ये Warning Signs तो हो जाइए सावधान!

Health Tips: आंखें खोलती हैं शरीर में पनप रही बीमारियों के राज, दिखें ये Warning Signs तो हो जाइए सावधान!
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हमारी आंखें शरीर के अंदर उपज रही कई गंभीर बीमारियों के संकेत देती हैं, यहां जानिए कौन से हैं यह साइन (Warning Signs Of Eyes)

Warning Signs Of Eyes: वैसे तो हर रोग (World Sight Day) के अलग-अलग लक्षण दिखाई पड़ते हैं। लेकिन कैंसर, टाइप 2 डायबिटीज, हाई बीपी, मल्टीपल स्क्लेरोसिस और रूमेटाइड आर्थराइटिस जैसी कुछ बीमारियों के शुरुआती चरण के संकेत हमारी आंखें भी देती हैं। जानिए क्या हैं ये संकेत? कई बार शरीर के भीतर पनप रहे कई रोगों के लक्षणों पर हम ध्यान नहीं देते और वे रोग बहुत बढ़ जाते हैं। अगर आप अपनी आंखों की ही नियमित जांच कराते रहें कई रोगों को उनके शुरुआती चरण में ही पहचान कर समय रहते ट्रीटमेंट करवा सकते हैं। इसलिए हेल्थ पर नजर रखने के लिए समय-समय पर नेत्र रोग विशेषज्ञ (Eye Specialist) को जरूर दिखाते रहें। आंखों के पिछले हिस्से यानी रेटिना से डॉक्टर को आपकी नर्व्स और ब्लड वेसल्स का (What Your Eyes Says About Your Health) हाल पता चल जाता है।

डायबिटीज (Diabetes)

टाइप 2 डायबिटीज के शुरुआती संकेतों में से एक है रेटिना में मामूली मात्रा में ब्लीडिंग होना, जो डायबिटिक रेटीनोपैथी का लक्षण है। इसका समय पर इलाज शुरू न किया जाए, तो मरीज अपनी दृष्टि पूरी तरह खो सकता है। डायबिटिक रेटिनोपैथी का शुरुआती चरण में पता चल जाए तो जीवनशैली में बदलाव लाकर, पौष्टिक भोजन के माध्यम से और वजन घटाकर दृष्टिहीनता के खतरे को आधा किया जा सकता है।

उच्च रक्तचाप (High Blood Pressure)

न्यूयॉर्क की विल कोर्नेल मेडिकल कॉलेज में ओफ्थेल्मोलॉजी की प्रोफेसर जेसिका सिराल्सकी कहती हैं, 'ब्लड वेसल्स को पहुंची क्षति, धमनियों में सिकुड़न और उनका कमजोर होना आदि उच्च रक्तचाप की निशानी हो सकते हैं।' अमेरिकन जर्नल ऑफ मेडिसिन में प्रकाशित रिसर्च रिपोर्ट के मुताबिक रेटिना की छोटी ब्लड वेसल्स का संकरा होना हार्ट डिजीज का संकेतक हो सकता है।

मल्टीपल स्क्लेरोसिस (Multiple Sclerosis)

अमेरिकन ओप्टोमेट्रिक एसोसिएशन के अध्यक्ष मिटशेल मुनसोन बताते हैं कि ऑप्टिक नर्व का इनफ्लेमेशन यानी ऑप्टिक न्यूराइटिस मल्टीपल स्क्लेरोसिस का शुरुआती लक्षण हो सकता है। मल्टीपल स्क्लेरोसिस के 75 फीसदी मरीजों में ऑप्टिक न्यूराइटिस होता है। लेकिन ऑप्टिक न्यूराइटिस का मतलब यह जरूरी नहीं कि मरीज को एमएस डिजीज भी हों, यह किसी अन्य कारण से भी हो सकता है।

रूमेटाइड आर्थराइटिस (Rheumatoid Arthritis)

विशेषज्ञ बताते हैं कि रूमेटाइड आर्थराइटिस के 25 फीसदी मरीजों में आंखों की समस्या भी पाई जाती है, जिनमें ड्राई आइज की समस्या सबसे आम है। अगर किसी मरीज की आइरिस में साल में दो बार दर्द और इंफ्लेमेशन की शिकायत हो, तो उसमें रूमेटाइड आर्थराइटिस की संभावना होती है। हाथों और पैरों के जोड़ों में होने वाला यह दर्द, रक्त में इन्फ्लेमेटरी केमिकल्स की मौजूदगी के कारण आंखों तक भी पहुंच जाता है।

कैंसर (Cancer)

फ्लोरिडा (संयुक्त राज्य अमेरिका) की नोवा साउथ ईस्टर्न यूनिवर्सिटी कॉलेज ऑफ ऑप्टोमेट्री आई केयर इंस्टीट्यूट के एसोसिएट प्रोफेसर और नेत्र रोग विशेषज्ञ जोसेफ पिजिमेंटी कहते हैं कि हम आंखों के चेकअप से ब्रेन ट्यूमर और ब्रेस्ट कैंसर से लेकर लंग्स कैंसर तक का पता लगा सकते हैं, जिनका प्रभाव आंखों तक पहुंच जाता है। नेत्र रोग विशेषज्ञ मरीज की दृष्टि में आए परिवर्तन की जांच करके ब्रेन ट्यूमर का पता लगा सकता है।

शिखर चंद जैन

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