लालू यादव द्वारा रघुवंश को लिखे गये पत्र मामले में आया नया मोड़, जदयू ने बताया इसे जेल मैनुअल का उल्लंघन

लालू यादव द्वारा रघुवंश को लिखे गये पत्र मामले में आया नया मोड़, जदयू ने बताया इसे जेल मैनुअल का उल्लंघन
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बिहार के पूर्राव सीएम एवं जद प्रमुख लालू यादव द्वारा रघुवंश प्रसाद सिंह को लिखे गये पत्र मामले में नया मोड़ आ गया है। जदयू नेता नीरज कुमार ने इसे जेल मैनुअल का उल्लंघन करार दिया है। साथ नीरज कुमार ने सवाल उठाते हुये पूछा कि जेल अधीक्षक ने इसकी अनुमित कैसे दी?

बिहार सरकार में सूचना और जनसंपर्क विभाग के मंत्री एवं जदयू नेता नीरज कुमार ने शुक्रवार ट्वीट कर लालू यादव द्वारा रघुवंश प्रसाद सिंह को लिखे गये पत्र पर नाराजगी जाहिर की है। नीरज कुमार ने पत्र लिखे जाने के मामले पर कहा कि राजद प्रमुख एवं सजायाफ्ता लालू यादव का जेल में दरबार लगाने से भी मन भरा नहीं है। नीरज कुमार ने लालू यादव पर अब जेल मैनुअल की धारा 999 की धज्जी उड़ा देने का आरोप लगाया है। नीरज कुमार ने बताया कि जेल मैनुअल के अनुसार किसी भी कैदी द्वरा राजनीतिक पत्र व्यवहार नहीं किया जा सकता है। नीरज कुमार ने सवाल उठाते हुये कहा कि फिर जेल अधीक्षक ने लालू यादव को पत्र लिखने के लिये अनुमित कैसे दी। वहीं नीरज कुमार ने चेताते हुये कहा कि जान लें, कानून के हाथ लंबे होते हैं।



याद रहे गुरुवार को रघुवंश प्रसाद सिंह ने राजद से इस्तीफा देते हुये पार्टी प्रमुख लालू यादव के नाम पत्र लिखा था। जिनका इस समय दिल्ली के एम्स में उपचार चल रहा है। लालू यादव को इस बात की जानकारी लगी तो उन्होंने भी उसी दिन रघुवंश प्रसाद सिंह को भावुक पत्र लिख दिया। वहीं लालू यादव ने रघुवंश प्रसाद सिंह को पार्टी बने रहने के लिये मनाया। साथ ही उनका हाल-चाल जाना गया। लालू यादव ने उनके जल्द ठीक होने की कामना भी की। लालू यादव ने पत्र में कहा कि भाई रघुवंश प्रसाद सिंह पहले आप स्वस्थ हो जाओ। फिर हम मिल-बैठकर बातचीत करेंगे।

लालू यादव ने रघुवंश प्रसाद सिंह मामले में कर दी है बहुत देर : जदयू

जदयू प्रवक्ता राजीव रंजन प्रसाद ने ट्वीट कर लालू यादव द्वारा रघुवंश प्रसाद सिंह को मनाने के लिये किये गये प्रयास का निरर्थक बताया है। राजीव रंजन प्रसाद ने कहा कि लंबी चुप्पी साधने के बाद आखिरकार लालू यादव कुछ तो बोले हैं। रंजन ने कहा कि पर अब काफी देर हो चुकी है। रंजन ने कहा कि रघुवंश प्रसाद सिंह ने लालू यादव का हर मोड़ पर हमेशा सहयोग किया। वहीं रंजन ने कहा कि लालू यादव के युवराज तेजस्वी यादव की अंहकारी प्रवृति की वजह से रघुवंश प्रसाद सिंह के मूल्यों के साथ खिलवाड़ हो रहा था। रंजन ने कहा कि जिसे रघुवंश बाबू ने स्वीकार नहीं किया।



राजद में किसी भी नेता को मान-सम्मान के साथ काम करना आसान नहीं: राजीव रंजन प्रसाद

राजीव रंजन प्रसाद ने अन्य ट्वीट में लिखा कि राजद में किसी भी नेता को मान सम्मान के साथ काम करना आसान नहीं है। उन्होंने कहा कि रघुवंश प्रसाद सिंह कई सालों से घुटन वाले माहौल में कार्य कर रहे थे। रंजन ने कहा कि राजद में रघुवंश के मूल्यों के साथ खिलवाड़ हो रहा था। अंत में रघुवंश प्रसाद सिंह को राजद से इस्तीफा ही देना पड़ गया।




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