कृत्रिम तालाबों में ही किया जाएगा दुर्गा प्रतिमा विसर्जन, प्रशासन ने DJ पर भी लगाई पाबंदी

बिहार (Bihar) के पटना (Patna) से दुर्गा प्रतिमा के विसर्जन (Durga idol immersion) के संबंध में बड़ी जानकारी सामने आई है। जानकारी के अनुसार दुर्गा पूजा के मौके पर तमाम पूजा पंडालों में लोगों की भारी भीड़ इकट्ठा जमा नहीं होने दी जाएगी। इसको लेकर पटना जिला प्रशासन (Patna District Administration) ने सख्त निर्देश जारी किए गए। प्रशासन ने पूजा पंडालों को लेकर ही निर्देश नहीं दिए हैं, बल्कि दुर्गा प्रतिमा के विसजर्न को लेकर भी सख्त दिशा-निर्देश दिए गए हैं। प्रशासन ने ये भी कहा कि निर्देशों का पालन नहीं किए जाने पर आरोपियों के खिलाफ एक्शन लिया जाएगा।
पटना प्रशासन ने दुर्गा मूर्ति विसर्जन के लिए बहुत कम लोगों के जाने की इजाजत दी है। इस दौरान डीजे बजाने पर भी पाबंदी लगाई गई है। साथ ही उस वक्त जुलूस भी नहीं निकाला जाएगा। प्रशासन ने कहा है कि दुर्गा पूजा के बाद प्रतिमा विसर्जन कृत्रिम या अस्थायी तालाबों में होगा।
दूर्गा प्रतिमा विसर्जन के लिए पहले अनुमति लेनी होगी, यदि नहीं ली है तो कोई जुलूस नहीं निकल सकेगा। साथ अनुमति लिए जाने के दौरान ही संख्या का निर्धार्ण स्पष्ट किया जाएगा। दूर्गा मुर्ति को पूजा पंडाल से किसी वाहन द्वारा विसर्जन स्थल तक लेकर पहुंचा जाएगा। प्रशासन की ओर से जारी दिशा-निर्देशों का पालन नहीं करने पर आपदा प्रबंधन अधिनियम 2005 एवं भारतीय दंड संहिता के प्रावधानों के तहत दंडात्मक एक्शन लिया जाएगा।
नियमावली 2021 के मुताबिक प्रतिमा का विसर्जन कृत्रिम या फिर अस्थाई तालाबों में हो सकेगा। पटना जिला प्रशासन ने इसके लिए पटना नगर निगम (पीएमसी) व अन्य स्थानीय निकायों द्वारा विसर्जन हेतु कृत्रिम तालाबों का निर्माण कार्य प्ररारंभ करा दिया है। जानकारी के अनुसार प्रतिमा विसर्जन के लिए पटना जिले में घाटों के निकट करीब 62 कृत्रिम तालाबों का निर्माण किया जाएगा। कृत्रिम तालाब का निर्माण करने के पीछे के मकसद नदियों को स्वच्छ रखना व नदियों के जलस्तर को बनाए रखना है।
© Copyright 2025 : Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS
-
Home
-
Menu
© Copyright 2025: Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS