बिहार विधानसभा चुनाव 2020 : हरिवंश को लेकर बिहार की सियासत में भूचाल, कांग्रेस ने कहा- 'बिहार का डीएनए बताया गया था खराब'

बिहार में विधानसभा के चुनाव सिर पर हैं। इस बीच पक्ष और विपक्ष में हरिवंश नारायण सिंह मामले को भुनाने की कोशिशें चल रही हैं। जहां सत्ता पक्ष भाजपा और जदयू हरिवंश नारायण सिंह पर विपक्षियों द्वारा किये गये हमले की निंदा की जा रही है। वहीं विपक्षी दलों द्वारा राज्यसभा में बीते दिनों पारित हुये बिल को किसान विरोधी बताया जा रहा है। इस कड़ी में पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि बिहार की धरती ने सदियों पहले पूरे विश्व को लोकतंत्र की शिक्षा दी थी। आज उसी बिहार की धरती से प्रजातंत्र के प्रतिनिधि बने हरिवंश नारायण सिंह ने किया है। वह वाक्या प्रत्येक लोकतंत्र प्रेमी को प्रेरित व आनंदित करने वाला है। याद रहे आज हरिवंश नारायण सिंह ने उनके खिलाफ धरने पर बैठे सांसदों को अपने घर से लाकर चाय पिलवाई। इसको लेकर पीएम नरेंद्र मोदी ने बिहार की धरती और हरिवंश के व्यक्तितव की प्रशंसा की गई है।
बिहार कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष डॉ. मदन मोहन झा ने ट्वीट के माध्यम से पीएम नरेंद्र मोदी पर पलटवार किया है। डॉ. मदन मोहन झा ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी ने पूर्व में पूरे बिहार का डीएनए खराब बता दिया था। सत्ता पक्ष के लोग तो इस बात को भूल गये होंगे। लेकिन उनका यह शब्द बिहार को आज भी याद है।
वहीं बिहार युवा कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गुंजन पटेल को भी पीएम नरेंद्र मोदी के द्वारा बिहार की प्रशंसा किया जाना रास नहीं आया है। गुंजन पटेल ने ट्वीट के माध्यम से कहा कि शुक्र है कि दुग्गल साहेब ने खुद को ही 'बिहारी' नहीं घोषित कर दिया।
हरिवंश ने अपने पूर्व कार्यकाल में भी प्रस्तुत किये हैं अनुकरणीय उदाहरण : अरुण सिन्हा
भाजपा विधायक अरुण सिन्हा ने ट्वीट के माध्यम से हरिवंश नारायण सिंह के व्यवहार की प्रशंसा की है। अरुण सिन्हा ने कहा कि उपसभापति हरिवंश नारायण द्वारा आज उनके ही खिलाफ अमर्यादित होने वाले सांसदों को चाय पहुंचाई गई है। यह हरिवंश नारायण की गांधीवादी सोच, विशाल ह्रदय व सादगी भरे जीवन को दर्शाता है। अरुण सिन्हा ने कहा कि हरिवंश नारायण सिंह एक साधारण परिवार से आते हैं। सिन्हा ने बताया कि हरिवंश ने अपनी मेहनत व ईमानदार पत्रकारिता से जनमानस में एक गहरी छाप छोड़ी है। सिन्हा ने बताया कि राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश नारायण सिंह के अपने पूर्व कार्यकाल में भी अपनी इन्हीं विचारधाराओं से अनेक अनुकरणीय उदाहरण प्रस्तुत किये हैं।
हरिवंश बाबू के व्यक्तितव में दिखती है गौतम बुद्ध के बिहार की मर्यादा : जदयू
जदयू के आधिकारिक ट्विटर अकांउट से भी ट्वीट कर हरिवंश की उदारता की सराहना की गई है। जदयू ने कहा कि हरिवंश बाबू, गौतम बुद्ध के बिहार की मर्यादा व सीख आप जैसा विरला व्यक्तित्व ही दे सकता है। यही हमारे संस्कार हैं। यही बिहार है। लोकतंत्र की यही सच्ची पहचान व शक्ति है, वैचारिकता में मतभेद हो सकते हैं। लेकिन मनभेद नहीं। जदयू ने कहा कि जिन लोगों ने कुछ दिनों पहले संसद के भीतर उनसे अमर्यादित व्यवहार किया उन्ही को सुबह चाय पिलाने पहुंच जाना उनके आचरण को दिखाता है।
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