बिहार डीजीपी ने दिया निर्देश, पुलिस के साथ इन विभागों में तैनात कर्मचारियों को भी डालनी होगी रेड

बिहार (Bihar) में पंचायत चुनाव (Panchayat Election) सिर पर हैं। इसलिए बिहार पुलिस (Bihar Police) भी कोई कोर कसर नहीं छोड़ना चाहती है। इस वजह से ही बिहार के जिलों में एसएसपी और एसपी ऑफिसों में तैनात पुलिसवाले (Policemen posted in SSP and SP offices) भी अब बाबूगिरी कर अपना समय व्यतीत नहीं कर सकेंगे। क्योंकि अब इन पुलिसकर्मियों को भी पुलिसलाइन व थानों में तैनात पुलिसवालों के समान ही बदमाशों को दबोचने के लिए छापेमारी कार्रवाई (raid action) जाना होगा। जानकारी के अनुसार गंभीर मामलों में फरार आरोपियों को जल्द से जल्द दबोचने के लिए पुलिस मुख्यालय (Police Headquarters) सख्त नजर आ रहा है। इसलिए बिहार डीजीपी एसके सिंघल (Bihar DGP SK Singhal) ने सभी जिलों के एसएसपी-एसपी कार्यालयों के लिए निर्देश जारी किया है। जारी निर्देश में कहा गया है कि एसएसपी और एसपी कार्यालय में कई कार्यों के लिए विभिन्न पुलिसकर्मी तैनात हैं। लेकिन इन कार्यालयों में भी तैनात पुलिसकमियों को छापेमारी कार्रवाई में हिस्सा लेना होगा। बताया जा रहा है कि आगामी बिहार पंचायत चुनाव (Bihar Panchayat Election) के मद्देनजर विभिन्न मामलों में फरार अभियुक्तों को दबोचने के लिए ऐसा किया जा रहा है। आपको बता दें पुलिस मुख्यालय पहले ही सभी जिलों के लिए निर्देश दिया गया था कि पूर्व की आपराधिक घटनाओं के सभी अभियुक्तों को जेल भेजा जाए।
डीआईजी सुजीत कुमार ने कहा कि विभिन्न मामलों में फरार अभियुक्तों को अरेस्ट करने के लिए उन्होंने तीनों जिलों के एसपी को पूर्व में ही निर्देश दिया था। जिसमें हत्या, डकैती, लूट और बलात्कार जैसी वारदातों में शामिल बदमाशों को जल्द अरेस्ट करने के लिए कहा गया था। वहीं अब बिहार में पंचायत चुनाव सिर पर है। ऐसे में बदमाशों को जेल भेजने की पुलिस की पहली प्राथमिकता हो गई है।
पुलिस के दवाब से आत्मसमर्पण करेंगे बदमाश
पत्र में डीजीपी की ओर कहा गया है कि फरार बदमाशों को दबोचने के लिए छापेमारी एवं विशेष अभियान चलाने से ना केवल अभियुक्त अरेस्ट होंगे। बल्कि इससे आत्मसर्पण करने वाले आरोपियों की संख्या में भी इजाफा होगा। साथ ही ऐसे बदमाशों को जेल भेज दिया जाएगा। डीजीपी ने सभी जिलों के एसएसपी- एसपी को यह पत्र लिखा है। जिसमें कहा गया है कि चोरी व गृहभेदन की वारदात होने पर भी पुलिसकर्मियों की जिम्मेदारी तय होगी। इलाके में घटने वाली ऐसी घटनाओं को लेकर गश्ती पदाधिकारी के साथ-साथ थाना अध्यक्ष भी जिम्मेदार होंगे। डीजीपी की ओर रात की गश्त को भी सुदृढ़ करने के लिए निर्देश दिया गया है।
गश्त में सुधार लाने के दिए निर्देश
रात की गश्त में लापरवाही बरतने की वजह से ही चोरी समेत अन्य वारदातें बढ़ने की आशंका है। यह भी कहा गया है कि जिलों के एसपी को स्वयं रात की गश्त का निरीक्षण करें। भागलपुर में भी रात्रि गश्ती के दौरान लगातार लापरवाही बरते जाने की बात सामने आई हैं। साथ अधिकारियों की तरफ से रात्रि गश्ती को सुदृढ़ करने के लिए कहा गया है। लेकिन स्थिति में कोई सुधार नहीं हुआ। जिसकी वजह से जिले में कई थानों में चोरी समेत अन्य वारदातें बढ़ रही हैं।
© Copyright 2025 : Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS
-
Home
-
Menu
© Copyright 2025: Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS