बिहार चुनाव 2020: बुजुर्ग नेता संभालेंगे नीतीश की वर्चुअल रैली की कमान

जदयू नीतीश की वर्चुअल रैली को हर प्रशंसक, हर शुभचिंतक, हर समर्थक से जोड़ने की तैयारी में है। विधानसभा चुनाव-2020 के मद्देनजर 7 अगस्त से शुरू होने वाली इस वर्चुअल रैली को विशाल बनाने में पार्टी का प्रत्येक कार्यकर्ता 7 जुलाई से ही जुट जायेगा और एक महीने तक यह रैली चलेगी।
वहीं बिहार विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए जदयू ने वर्चुअल सम्मेलन की श्रृंखला को बढ़ाते हुए कार्यक्रमों की घोषणा कर दी है। सात से पंद्रह जुलाई तक जदयू सभी प्रकोष्ठों के साथ वर्चुअल सम्मेलन करेगी। इसकी जिम्मेदारी जदयू के राष्ट्रीय महासचिव (संगठन) आरसीपी सिंह सिंह को सौंपी गई है। इस दौरान 7 जुलाई को छात्र जेडीयू, 8 जुलाई को अति पिछड़ा प्रकोष्ठ, 9 जुलाई को महिला प्रकोष्ठ, 10 को महादलित प्रकोष्ठ, ग्यारह को युवा जेडीयू, 12 को व्यवसायिक प्रकोष्ठ, 13 को किसान प्रकोष्ठ व 14-15 जुलाई को पार्टी के विभिन्न प्रकोष्ठों की वर्चुअल बैठक भी होगी।
16 जुलाई को आरसीपी सिंह सभी क्षेत्रीय प्रभारी, जिलाध्यक्ष, जिला संगठन प्रभारी, विधानसभा प्रभारी व प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्षों के साथ वर्चुअल बैठक करेंगे। इसके बाद 18 जुलाई से लेकर पूरे महीने तक जेडीयू का विधानसभावार वर्चुअल सम्मेलन होगा। वहीं, सात अगस्त को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बिहार की वर्चुअल रैली को संबोधित करेंगे।
जदयू ने विधानसभा स्तर पर होने वाले वर्चुअल सम्मेलन के लिए चार टीम तैयार की हैं व चारों की ही कमान पार्टी के बुजुर्ग नेताओं को सौंपी है, जिनकी उम्र साठ साल के पार है। इसमें एक टीम आरसीपी सिंह, दूसरी वशिष्ठ नारायण सिंह, तीसरी बिजेंद्र यादव और चौथी टीम राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह के नेतृत्व में काम करेगी। हर दिन सुबह नौ बजे से आयोजन होगा। एक दिन में एक टीम छह विस क्षेत्रों में सम्मेलन करेगी।
जदयू दिग्गजों का विस स्तर पर होने वाला वर्चुअल संवाद का सिलेबस भी लगभग तय है। जदयू पूर्व में ही घोषणा कर चुकी है कि इस बार का विस चुनाव 15 साल बनाम 15 साल के मूलमंत्र पर होगा। इस कड़ी में लालू-राबड़ी के 15 साल के शासनकाल व नीतीश कुमार के नेतृत्व वाले 15 साल के शासनकाल पर खास तौर पर चर्चा की जाएगी। इसीलिए वरिष्ठ नेताओं को कमान सौंपी गई है।
बिहार सरकार के ऊर्जा मंत्री बिजेंद्र प्रसाद यादव पिछले दिनों मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ वर्चुअल संवाद में पूरी तरह सक्रिय रहे हैं। आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव और उनके राज को लेकर बिजेंद्र यादव की तल्ख टिप्पणी खूब चर्चा के केंद्र में रही हैं।
वहीं वशिष्ठ नारायण सिंह के लिए भी उम्र का कोई मतलब नहीं। वे आयोजनों में खड़े होकर काफी देर तक बोलते रहे हैं। ऐसे ही ललन सिंह और आरसीपी सिंह भी हैं। पिछले दिनों सीएम नीतीश कुमार ने जब पार्टी के बूथ स्तरीय पदाधिकारियों के साथ वर्चुअल संवाद किया था, तब इन दोनों नेताओं ने भी संबोधित किया था। इसके अलावा ये दोनों दिग्गज नेता सोशल मीडिया पर भी सक्रिय रहते हैं।
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