पटना में पकड़ा गया अब तक का सबसे बड़ा शराब का जखीरा, राजद बोली- सवाल पर नीतीश बाबू हो जाएंगे नाराज

Liquor Ban : बिहार में वैसे तो पूर्ण रूप से शराबबंदी लागू है। बावजूद इसके बिहार में आए दिन कहीं ना कहीं से शराब बरामद होने की खबरें सामने आती रहती है। वहीं बिहार राजधानी पटना में भी पुलिस की नाक के नीचे शराब की तस्करी का कारोबार जमकर फलफूल रहा है। इस बीच राजधानी पटना में शराब की अब तक की सबसे बड़ा शराब का जखीरा बरामद हुआ हैं। उत्पाद विभाग की जानकारी के अनुसार करीब पांच करोड़ रुपये कीमत की 5 हजार शराब की पेटियां बरामद हुई हैं। लापरवाही बरने के आरोप में पटना सिटी बाईपास थाना इंचार्ज व चौकीदार को सस्पेंड कर दिया गया है। मामले पर विपक्षी पार्टी राजद ने भी बिहार सरकार के खिलाफ तंज कसा है।
उत्पाद विभाग की माने तो अवैध शराब की इतनी बड़ी खेप इससे पहले बरामद नहीं हुई है। उत्पाद विभाग ने 9 ट्रक के करीब शराब पकड़ी गई है। जिसमें शराब की 5 हजार पेटियां हैं। बताया जा रहा है कि बरामद शराब की पेटियों को उत्पाद विभाग के गोदाम तक ले जाने में पूरा एक दिन का समय लग गया। वहीं बरामद शराब को सील कर दिया गया है। पुलिस भी मामले में कार्रवाई करते हुए अब तक 8 लोगों को अरेस्ट कर चुकी है।
राजद बोली सवाल करेंगे तो नीतीश कुमार हो जाएंगे नाराज
मामले पर सोशल मीडिया के जरिए प्रमुख विपक्षी पार्टी राजद ने सीएम नीतीश कुमार की कार्यशैली पर सवाल उठाएं हैं। राजद का कहना है कि शराब ना बॉर्डर से घुसी, ना कोई लाया, ना बिकी....पटना के एक पुलिस थाना के बगल में करोड़ों रुपयों की शराब प्रकट हो गई! इस पर गृह मंत्रालय संभाल रहे सीएम नीतीश कुमार से सवाल कीजिएगा तो गुस्सा ही ना हो जाएंगे!
भूमि मालिक भी शराब तस्करी मामले में अरेस्ट
जमीन मालिक को भी पुलिस ने शराब तस्करी मामले में अरेस्ट किया है। जिसकी भूमि पर अवैध रूप से ये शराब का गोदाम बना था व जहां भारी मात्रा में शराब रखी जा रही थी। भूमि मालिक के घर से 4 लाख रुपये नकद व दो शराब की दो बोतलें भी जब्त हुई हैं। पुलिस की माने तो अवैध शराब की तस्करी में दूसरे राज्य के लोग लिप्त हैं। यही कारण है इस गोदाम में काम करने वाले भी दूसरे राज्य के ही निवासी हैं। जिसकी वजह से इतने बड़े अवैध करोबार की किसी को कानों कान खबर तक ना हो सकी।
परिजनों ने लगाया फंसाने का आरोप
पुलिस गिरफ्त में आए भूमि मालिक के परिजनों ने उसे फंसाने का आरोप लगाया है। परिजनों ने किराए पर दी जमीन का एग्रीमेंट भी दिखाया है। साथ ही कहा कि जहां से शराब बरामद हुई है वो भूमि उन्होंने यूपी के अगरा निवासी रामेंद्र शर्मा को दी हुई थी।परिजनों का कहना है कि वो किराएदारों से भूमि पर गोदाम बनाए जाने पर प्रति माह करीब डेढ लाख रुपये लेते थे। वहीं परिजनों का कहना है कि उनके पास रामेंद्र शर्मा का स्थाई पता नहीं है।
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