ग्रामीण घरों में नल-जल कनेक्शन मुहैया कराने में बिहार ने किया शानदार प्रदर्शन, यूपी रह गया पीछे

केंद्र सरकार (central government) की महत्वाकांक्षी जल जीवन मिशन (JJM) के तहत ग्रामीण इलाके के घरों में नल जल कनेक्शन (tap water connection) उपलब्ध करवाने में बिहार (Bihar) ने बहुत ही शानदार प्रदर्शन किया है। मिशन की शुरुवात को महज दो वर्ष हुए हैं। वहीं बिहार नीचे के 5 राज्यों से निकलने में कामयाब हुआ। साथ इस मिशन में इन दो वर्षों में शीर्ष के 5 राज्यों में अपना स्थान बना चुका है। मीडियो रिपोर्ट के अनुसार दो वर्ष पूर्व बिहार में महज 1.84 फीसदी ग्रामीण घरों में नल जल कनेक्शन (Tap Water Connection In Bihar) थे। अब बिहार में यह संख्या बढ़कर 86.96 फीसदी पर पहुंच गई है।
जानकारी के अनुसार मंगलवार को जेजेएम डैशबोर्ड पर ये आंकड़े उपलब्ध कराए गए। जिसमें पता चला कि 2019 में मिशन की शुरुआत हुई। उसके बाद से देशभर में 4.73 करोड़ नल-जल के कनेक्शन मुहैया कराए गए। इन 4.73 करोड़ नल-जल कनेक्शन में से 1.46 करोड़ कनेक्शन तो अकेले बिहार राज्य में हुए हैं। इससे कहा जा सकता है कि राज्य में हर तीसरा नया नल-जल कनेक्शन है। बिहार राज्य ग्रामीण घरों में नल जल कनेक्शन देने में अग्रणी है।
आपको बता दें देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने 2019 में अपने स्वतंत्रता दिवस के मौके पर दिए भाषण में इस मिशन का ऐलान किया था। जब यह ऐलान हुआ तो उस वक्त बिहार में महज 1.84 प्रतिशत ग्रामीण घरों में नल से पानी की आपूर्ति थी। वहीं इस मिशन के तहत नीचे के राज्यों में यूपी (1.96 प्रतिशत), असम (1.76 प्रतिशत), पश्चिम बंगाल (1.21 प्रतिशत) और मेघालय (0.77 प्रतिशत) का नंबर आता है।
इन दो वर्षों में बिहार ने ग्रामीण परिवारों को नल जल कनेक्शन मुहैया कराने के मामले में 86.96 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी की है। इस शानदार बढ़ोत्तरी के बल पर अब बिहार के शीर्ष के चार राज्यों में (Among the top four states of Bihar) अपनी जगह बना चुका है। वैसे इस मिशन के तहत बिहार से भी अधिक अच्छा प्रदर्शन गोवा (100 प्रतिशत), तेलंगाना (100 प्रशितशत) और हरियाणा राज्य ने (99.24 प्रतिशत) के साथ किया है।
इसको लेकर बिहार के जल संसाधन मंत्री संजय कुमार झा का कहना है कि लोगों को पेयजल मुहैया कराना सीएम नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) के 7 निश्चय में से एक वायदा है। संजय झा ने बताया कि सीएम नीतीश निजी तौर पर हर घर, नल का जल के कार्यान्वयन पर ध्यान दे रहे हैं। इसलिए हम इस मिशन के तहत बेहतर प्रदर्शन करने में सफल हुए हैं।
आपको बता दें कि जब जेजेएम की शुरुआत हुई थी तो नल जल कनेक्शन के मामले में गुजरात, महाराष्ट्र व तमिलनाडु राज्य बिहार से काफी आगे थे। उस वक्त गुजरात के 70.13 प्रतिशत, महाराष्ट्र के 34.02 प्रतिशत और तमिलनाडु के 17.15 प्रतिशत गांवों में स्थित घरों में नल जल के कनेक्शन थे। मंगलवार को सामने आए आंकड़ों में इन राज्यों की स्थित क्रमश: 84.06 प्रतिशत, 65.08 प्रतिशत और 34.74 प्रतिशत है। ये राज्य इस मामले में अब बिहार से पीछे हो गए हैं।
जेजेएम की शुरुआत से ही यूपी (UP), पश्चिम बंगाल और असम जैसे राज्य सूचि में निचले पायदान पर थे। वहीं दो साल बीत जाने के बाद भी ये राज्य अपनी पुरानी स्थिति पर टिके हुए हैं। ताजा डाटा में पश्चिम बंगाल में (11.13 प्रतिशत), यूपी (12.29 फीसदी), छत्तीसगढ़ में (13.11 फीसदी), झारखंड में (13.98 फीसदी) और असम में (16.69 फीसदी) नल जल कनेक्शन उपलब्ध हैं। ये सभी राज्य इस मिशन के तहत सबसे खराब प्रदर्शन करने के मामले में अग्रणी रहे हैं।
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