मांझी के बाद मुकेश सहनी ने बढ़ाई एनडीए की चिंता! लालू यादव से बात पर बोले- इसको पर्दे में ही रहने दें

मांझी के बाद मुकेश सहनी ने बढ़ाई एनडीए की चिंता! लालू यादव से बात पर बोले- इसको पर्दे में ही रहने दें
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लालू प्रसाद यादव और जीतन राम मांझी के बीच टेलीफोन पर 12 मिनट की राजनीतिक बातचीत हुई। अब खबर सामने आ रही है कि मुकेश सहनी की भी लालू प्रसाद यादव से बात हुई है। मुकेश सहनी से जब इसको लेकर मीडिया कर्मियों ने प्रश्न किया तो उन्होंने स्पष्ट लहजे में कहा कि इसे पर्दे में ही रहने दें।

सीएम नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) की अगुआई में बिहार में एनडीए की सरकार (NDA government) चल रही है। पर अंदरखाने से यह खबर सामने आ रही है कि अहम सहयोगी दल हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा 'Hindustani Awam Morcha' (हम) के अध्यक्ष जीतन राम मांझी (Jitan Ram Manjhi) व विकासशील इंसान पार्टी के प्रमुख मुकेश सहनी (Vikas Insaan Party chief Mukesh Sahni) असंतुष्ट हैं। राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव (RJD chief Lalu Prasad Yadav) का शुक्रवार को जन्मदिन था। इस मौके पर लालू यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव (Tej Pratap Yadav) ने जीतन राम मांझी के आवास पर पहुंचकर उनसे मुलाकात की। साथ ही तेज प्रताप यादव ने राजद प्रमुख लालू यादव से जीतन राम मांझी की बात भी करवाई। इसके तुरंत बाद ही बिहार में सियासी हलचल बढ़ गई।

जानकारी मिल रही है कि लालू प्रसाद यादव और जीतन राम मांझी के बीच टेलीफोन पर 12 मिनट की राजनीतिक बातचीत हुई। अब खबर सामने आ रही है कि मुकेश सहनी की भी लालू प्रसाद यादव से बात हुई है। मुकेश सहनी से जब इसको लेकर मीडिया कर्मियों ने प्रश्न किया तो उन्होंने स्पष्ट लहजे में कहा कि इसे पर्दे में ही रहने दें।

बिहार राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन में खींचतान के बारे में ऐसे समझा जा सकता है कि 'हम' प्रमुख जीतन राम मांझी लगातार एनडीए की सबसे बड़ी सहयोगी दल बीजेपी पर हमलावर रहते हैं। बीजेपी नेताओं के बयानों पर मांझी तुरंत प्रतिक्रिया देते हैं। साथ ही मांझी दलित व मुस्लिम एकीकरण की भी बात करते हैं। हालिया दिनों में जीतन राम मांझी ने बांका मदरसा बम धमाका पर कहा था कि दलित पढ़े तो नक्सली, मुस्लिम मदरसे में पढ़े तो आतंकी, ये नहीं चलेगा।

दूसरी ओर मुकेश सहनी लगातार सीएम नीतीश कुमार को ही सधे अंदाज में निशाने पर लेते हैं। हाल के दिनों में ही मुकेश सहनी ने सीएम नीतीश कुमार को एक चिट्ठी लिखी थी। जिसमें मुकेश सहनी ने मुख्यमंत्री से अपील की थी कि पहले टीकाकरण पर 4000 करोड़ रुपए खर्च होना अनुमानित था। लेकिन अब पीएम नरेंद्र मोदी ने बिहार को फ्री कोरोना टीका उपलब्ध करवाने का ऐलान किया है। ऐसे में विधायकों को पूर्व की तरह ऐच्छिक कोष की धनराशि खर्च करने की शक्ति प्रदान कर दी जाए। जिससे विधायको के क्षेत्र में रुके हुए विकास कार्य और चिकित्सीय सुविधा बेहतर हो सके।

मुकेश सहनी ने पत्र में यह भी लिखा कि सीएम नीतीश कुमार का पहला फैसला सही था। पर अब स्थिति बदल गई हैं, इसलिए इस व्यवस्था को भी बदल देने चाहिए। वहीं डनडीए में सहयोगी दलों की तकरार पर मुकेश सहनी ने कहा कि सब लोग मजबूती से बिहार एनडीए का हिस्सा हैं व बिहार में एनडीए के सरकार पूरे 5 वर्ष चलेगी। जोड़ तोड़ का कहीं कोई इरादा नहीं है। मुकेश सहनी ने दिल्ली में लालू प्रसाद यादव से मुलाकात के प्रश्न पर बताया कि उनकी कोई मुलाकात नहीं हुई है व अभी इच्छा भी नहीं है। पर लालू प्रसाद यादव आदरणीय हैं। वो बिहार के बड़े नेता हैं। कहीं मौका मिलेगा तो लालू प्रसाद यादव से जरूर मिलेंगे।

वहीं बिहार सरकार के मंत्री मुकेश सहनी ने फोन के माध्यम से लालू प्रसाद यादव से बात करने की बात पर चुप्पी साध ली व कहा कि इसे पर पर्दे में ही रहने दें। इससे पहले जीतन राम मांझी की पार्टी हम (HAM) के प्रवक्ता दानिश रिजवान ने सीधे-सीधे भाजपा के नेताओं पर अपने बयानों से सरकार को अस्थिर करन का आरोप लगाते हुए, एनडीए कोआर्डिनेशन कमेटी बनाने तक की मांग कर डाली थी। दानिश रिज़वान ने यह तक कहा कि एक ओर 'सबका साथ और सबका विकास' का नारा व दूसरी ओर तुष्टिकरण की सियासत अब नहीं चलेगी।

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