बेगूसराय में गंडक नदी पर बन रहा पुल उद्घाटन से पहले गिरा, 13 करोड़ रुपये पानी में बहे

बेगूसराय में गंडक नदी पर बन रहा पुल उद्घाटन से पहले गिरा, 13 करोड़ रुपये पानी में बहे
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बिहार में भ्रष्टाचार का एक और मंजर सामने आया है। बेगूसराय जिले स्थित साहेबपुर कमाल में बूढ़ी गंडक नदी पर 13 करोड़ की लागत से पुल बनाया जा रहा था, लेकिन उद्घाटन होने के पहले ही यह पुल ध्वस्त हो गया। पढ़िए पूरी खबर...

बिहार में भ्रष्टाचार का एक और मंजर सामने आया है। बिहार के बेगूसराय जिले स्थित साहेबपुर कमाल में बूढ़ी गंडक नदी पर पुल बनाया जा रहा था। इस पुल का निर्माण 2015 से ही चल रहा था, लेकिन 13 करोड़ की लागत से बने इस पुल का एक हिस्सा गिर गया। उद्घाटन से पहले ही यह पुल ध्वस्त होने से हड़कंप मच गया है। 2 दिन पहले गुरुवार को ही इसके पिलर नंबर 2-3 के बीच दरार दिखाई देने लगी थी, जिसके बाद इसके इस्तेमाल पर रोक लगा दी गई थी। रविवार के दिन पुल का एक हिस्सा टूटकर नदी में समा गया। चूंकि आवाजाही पर रोक थी, लिहाजा किसी की जान नहीं गई।

पुल में दरार होने की सूचना पाते ही बलिया एसडीओ रोहित कुमार एवं स्थानीय थाना की पुलिस स्थिति का जायजा लेने पहुंचे थे। पुलिस ने बिना वक्त गवाए फौरन पुल के दोनों तरफ चौकीदार की तैनाती की। साथ ही बैरिकेडिंग कर सभी तरह के वाहनों के परिचालन पर पूरी तरह से रोक लगा दी थी।

लोगों ने कहा कि अगर इस पुल पर लोगों की आवाजाही नहीं रोकी जाती तो पता नहीं यह पुल कितने को ले डूबती। इस पुल पर अभी तक किसी भी भारी वाहन का परिचालन शुरू नहीं किया गया था। मामले में रहुआ पंचायत के मुखिया सुबोध कुमार सिंह ने बताया कि गांव के लोग लंबे समय से पुल की मांग कर रहे थे। इसके बाद साल 2012-13 में इस गंडक नदी पर पुल निर्माण का जिम्मा मां भगवती कंस्ट्रक्शन को मिला था।

जांच के लिए बुलाई थी टीम

हादसा होने से एक दिन पहले यानी शनिवार को पुल की जांच के लिए विशेष टीम को बुलाया गया था। इंजीनियरों की टीमकुछ कर पाती, इससे पहले ही पुल का एक हिस्सा नदी में समा गया। बता दें कि मां भगवती कंस्ट्रक्शन बेगूसराय ने 1343.32 लाख की लागत से 23 फरवरी 2016 से इस पुल का निर्माण कार्य शुरू किया था।

इस पुल के टूटने के बाद इलाके के करीब 20,000 से ज्यादा लोग प्रभावित होंगे। खासकर किसान लोगों को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ेगा क्योंकि मवेशियों का चारा के लिए यह पुल काफी कारगर साबित हो रहा था। वहीं इसका छात्रों को भी भुगतना पड़ेगा, जो इस पुल का इस्तेमाल कर पढ़ने जाया करते थे। इस पुल के ढहने से सियासत भी गरमा सकती है। विपक्ष ने बिहार में जहरील शराब से मरने वाले लोगों की मौतों को लेकर नीतीश सरकार को घेर रखा है, वहीं इस पुल के ढहने से भी नीतीश कुमार सरकार से जवाब मांगा जा सकता है।

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