Video Viral: कंगना रनौत और सपना चौधरी की वजह से सस्पेंड हुए छपरा कॉलेज के प्रिंसिपल समेत 12 असिस्टेंट प्रोफेसर, जानें कैसे

Video Viral: कंगना रनौत और सपना चौधरी की वजह से सस्पेंड हुए छपरा कॉलेज के प्रिंसिपल समेत 12 असिस्टेंट प्रोफेसर, जानें कैसे
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बिहार (Bihar) के छपरा जिले में कंगना और सपना के गानों पर डांस करना प्रिंसिपल और 12 असिस्टेंट प्रोफ़ेसर को भारी पड़ गया है। आपको बता दें की मामला बीते 3 दिसंबर का है। जब कॉलेज में प्रथम राष्ट्रपति डॉ राजेन्द्र प्रसाद की जयंती मनाई जा रही थी।

बिहार (Bihar) के छपरा जिले में कंगना और सपना के गानों पर डांस करना प्रिंसिपल और 12 असिस्टेंट प्रोफ़ेसर को भारी पड़ गया है। आपको बता दें की मामला बीते 3 दिसंबर का है। जब कॉलेज में प्रथम राष्ट्रपति डॉ राजेन्द्र प्रसाद की जयंती मनाई जा रही थी। डॉ राजेन्द्र प्रसाद की जयंती के मौके पर छात्रों के साथ शिक्षकों ने फिल्मी गानों पर जमकर ठुमके लगाए थे। आपको बता दें कि राजभवन के निर्देश पर यह हुई कार्रवाई।

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, राजेंद्र कॉलेज के प्रिंसिपल प्रो. प्रमेन्द्र रंजन सिंह सहित 12 शिक्षक-शिक्षिकाओं को निलंबित कर दिया गया है। इतना ही नहीं 15 दिनों के अंदर सभी को यह भी बताना होगा कि उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई क्यों न की जाए? राजभवन के निर्देश के बाद जेपी यूनिवर्सिटी प्रशासन ने सबके निलंबन का आदेश जारी कर दिया है। इस दौरान सभी का हेडक्वार्टर भी बदला गया है। डांस का वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ था, जिसके बाद राजभवन ने इसकी जांच कराई थी। जेपी यूनिवर्सिटी ने भी अपने स्तर से तीन सदस्यों वाली जांच कमिटी बनाई थी। सभी ने इन शिक्षकों को अनुशासनहीनता का दोषी माना था।

लोगों की फरमाईश पर बजाए गए थे गाने

आपकों बता दें बीते साल 3 दिसंबर को राजेन्द्र कॉलेज के कुलदेवता व देश के प्रथम राष्ट्रपति डॉ. राजेन्द्र प्रसाद का जयंती समारोह आयोजित हुआ था। कार्यक्रम में जेपी विवि के कुलपति समेत अन्य शिक्षाविद् आए थे। करीब आठ घंटे तक धूमधाम से चले कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान के बाद कर तो दिया गया, लेकिन बाद में मौजूद लोगों की फरमाईश पर भोजपुरी गाने बजाए गए। इसमें सपना चौधरी के फेमस गाने 'आंख्या का यो काजल…' पर प्राचार्य समेत सभी सहायक प्रोफेसर झूम उठे थे। यह वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया। डांस के वीडियो में डॉ. राजेन्द्र प्रसाद की जयंती से संबंधित स्टेज व बैनर लगे थे, जिससे जयंती समारोह की खूब किरकिरी हुई। लोगों ने सोशल मीडिया पर इसकी काफी आलोचना की। मामला और गंभीर बन गया। राजभवन ने इसे काफी गंभीरता से लिया।

स्पष्टीकरण में नहीं दिया संतोषजनक जवाब

राजभवन ने त्वरित संज्ञान लेते हुए कुलपति को कार्रवाई का आदेश दे दिया। कुलपति ने पूर्व में ही कमिटी गठित कर दी थी। वहीं राजभवन ने भी दो अन्य कुलपतियों की कमिटी बना दी। दोनों कमिटी ने जांच में लगाये गये आरोप व वीडियो की पुष्टि की। आरोपित प्राचार्य व सहायक प्रोफेसरों ने स्पष्टीकरण में संतोषजनक जवाब नहीं दिया। लिहाजा सस्पेंशन की कार्रवाई की गई। इससे पहले राजभवन द्वारा मामले में शामिल सभी प्राध्यापकों के प्रथम इंक्रिमेंट को भी रोकने का निर्देश दिया गया था।

ये हैं निलंबित हुए शिक्षकों के नाम

1. प्रो. प्रमेन्द्र रंजन सिंह, प्राचार्य

2. डॉ. विवेक तिवारी, असि. प्रोफेसर

3. डॉ. रूपा मुखर्जी, असि. प्रोफेसर

4. डॉ. तनु गुप्ता, असि. प्रोफेसर

5. डॉ. गोपाल कुमार सहनी, असि. प्रोफेसर

6. डॉ. इकबाल जफर अंसारी, असि. प्रोफेसर

7. डॉ. तनुका चटर्जी, असि. प्रोफेसर

8. डॉ. बेथियार सिंह साहू, असि. प्रोफेसर

9. डॉ. अब्दुल रशीद, असि. प्रोफेसर

10. डॉ. रिचा मिश्रा, असि. प्रोफेसर

11. डॉ. रमेश कुमार, असि. प्रोफेसर

12. डॉ. रामानुज यादव, असि. प्रोफेसर

13. डॉ. शहदाब हाशमी, असि. प्रोफेसर

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