बिहार समेत देशभर में आज से छठ महापर्व शुरू, घाटों पर कराया जाएगा कोरोना प्रोटोकॉल का पालन

बिहार (Bihar) समेत पूरी दुनिया में सोमवार से लोक आस्था का महापर्व छठ पूजा की शुरुआत (Beginning of Mahaparv Chhath Puja) हो गई है। पूरे बिहार में इस अवसर पर कद्दू-भात खाने की परंपरा है। इस दौरान सबसे पूर्व छठ व्रती भगवान भास्कर को याद कर भोग लगाती हैं। फिर परिवार के अन्य सदस्य कद्दू-भात का सेवन करते हैं। बड़ी संख्या में छठ व्रती गंगा नदी में स्नान कर छठ व्रत को प्ररारंभ करते हैं। इस काल में मिट्टी के बरतन व चूल्हे को काफी खास माना जाता है। पहले अच्छे से गेहूं को धोया जाता है, फिर पूरी स्वच्छता से उन्हें सुखाया जाता है। इस बाद इन गेहूं को बारीक पीसा जाता है। इसी आटे से पकवान तैयार करके भगवान भास्कर के लिए अर्पित किया जाता है। आपको बता दें जब घरों में इस गेहूं सूखाया जाता है तो पूरी पवित्रता का ध्यान रखा जाता है।
इस बार छठ पूजा 8 नवंबर यानी कि सोमवार से शुरू हो गई है। मंगलवार को खरना होगा। खरना वाले दिन छठ व्रती के साथ परिवार के सभी सदस्य दूध-भात, गुड़ व केले का सेवन करते हैं। इसके बाद बुधवार को अस्ताचल सूर्य देवता को पहले अर्घ्य दिया जाता है। फिर इसके अगले दिन यानी कि गुरुवार को तड़के सुबह उगते सूर्य को अंतिम अर्घ्य दिया जाएगा। इस अर्घ्य के साथ ही छठ महापर्व संपन्न हो जाएगा।
छठ के दौरान स्वच्छता का रखा जाता है विशेष ख्याल
4 दिवसीय छठ महापर्व प्ररारंभ हो गया है। इस दौरान नदी, नहर, तालाब समेत सभी को स्वच्छ किया गया है। जिससे घाटों पर छठ व्रती पूरी सहूलियत से पूजा-पाठ कर पाएं। वहीं कोरोना महामारी की वजह से सभी लोगों व भक्तों से खास सतर्कता बरतने की अपील की गई है। प्रशासन स्तर पर भी इसको पालन कराए जाने का ख्याल रखा जाएगा। छठ महापर्व कोरोना प्रोटोकॉल (corona protocol) का पालन करते हुए मनाए जाए, इसलिए बड़े स्तर पर तैयारियां की गई हैं। साथ इसपर स्थानीय प्रशासन कई टीमें खास ध्यान रखेंगी इससे पहले बीती शाम को बिहार के गया (Gaya) में छठ पूजा से पहले फल्गु नदी के घाटों पर नगर निगम के कर्मचारियों द्वारा साफ सफाई की गई।
© Copyright 2025 : Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS
-
Home
-
Menu
© Copyright 2025: Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS