कोरोना: चुनाव आयोग ने बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर सियासी पार्टियों से 11 तक मांगे सुझाव

कोरोना: चुनाव आयोग ने बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर सियासी पार्टियों से 11 तक मांगे सुझाव
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भारतीय चुनाव आयोग कोरोना महामारी के मद्देनजर बेहद सख्त नजर आ रहा है। इसलिये चुनाव आयोग ने बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर राष्ट्रीय व राज्य की सियासी पार्टियों से चुनाव प्रचार-प्रसार करने के संबंध में सुझाव मांगा है। जो 11 अगस्त तक देना होगा।

कोरोना से इस समय देश, दुनिया के साथ –साथ बिहार भी कोरोना महामारी की चपेट में है। बिहार में विधानसभा चुनाव नवंबर या अक्टूबर में होने की संभावना है। जिनकी तैयारियों में चुनाव आयोग पूरी तरह से जुटा है। चुनाव आयोग ने कोरोना को ध्यान में रखते हुए बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर राष्ट्रीय और राज्य की सियासी पार्टियों से चुनाव प्रचार-प्रसार के संबंध में सुझाव मांगे हैं। जो इन सभी राजनीतिक पार्टियों को 11 अगस्त तक देने होंगे। चुनाव आयोग ने सियासी दलों से पूछा है कि कोरोना महामारी को देखते हुए चुनाव प्रचार का क्या तरीका होना चाहिए। कोरोना महामारी के बीच जनसभायें कैसे आयोजित की जानी चाहिये।



बिहार में कोरोना वायरस का हवाला देते हुए सूबे की ज्यादातर विपक्षी पार्टियां विधान सभा चुनाव को टलवाने के पक्ष में रही हैं। इस सभी बातों के बीच भारतीय चुनाव आयोग बिहार में विधानसभा चुनाव कराने की तैयारियों में जुटा है। चुनाव आयोग कोरोना को लेकर भी पूरी तरह सख्त है। इससे पहले भी आयोग बिहार चुनाव को लेकर कई नियमों में बदलाव कर चुका है। जैसे दिव्यांग, कोरोना पीड़ित या कोरोना संदिग्ध मरीज और 80 साल से ऊपर के बुजुर्गों को पोस्टल बैलेट पेपर से मतदान करने का आदेश जारी कर चुका है। याद रहे बिहार विधानसभा चुनाव के संबंध में एलजेपी और राजद कोरोना महामारी को लेकर चुनाव आयोग के समक्ष अपने सुझाव दे चुकी हैं।

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