कोरोना कहर के बीच हड़ताल पर गए सभी संविदा स्वास्थ्यकर्मी, सरकार के सामने रखी ये मांगे

कोरोना कहर के बीच हड़ताल पर गए सभी संविदा स्वास्थ्यकर्मी, सरकार के सामने रखी ये मांगे
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बिहार में कोरोना संक्रमण जमकर कहर बरपा रहा है। वहीं खबर सामने आई है कि राज्य में सभी संविदा स्वास्थ्यकर्मी अपनी विभिन्न मांगों को लेकर हड़ताल पर चले गए हैं। दूसरी ओर बिहार के अस्पतालों में भर्ती मरीजों की परेशानियां बढ़ गई हैं।

कोरोना वायरस की दूसरी लहर (Corona virus Second wave) देशभर में कहर बरपा रही है। कोरोना की दूसरी लहर से बिहार (Bihar) भी अछूता नहीं है। बिहार में भी रोजाना कोरोना संक्रमण (Corona infection) के मामले लगातार तेजी से बढ़ रहे हैं। बिहार में रोजाना कोरोना से कई लोगों की मौतें हो रही हैं। इस वजह से प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं पर लगातार दबाव बढ़ रहा है और अस्पतालों में मरीजों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। इस बीच बिहार से एक चिंतित कर देने वाली खबर सामने आई है। खबर है राज्य में कार्यरत संविदा स्वास्थ्यकर्मी बुधवार से हड़ताल पर (Contract health workers on strike) चले गए हैं।

बिहार में कोरोना संक्रमण के बीच करीब 27 हजार संविदा स्वास्थ्यकर्मी बुधवार से हड़ताल पर चले गए हैं। जानकारी के अनुसार हड़ताल पर गए संविदा स्वास्थ्यकर्मियों की ओर से सरकार के समक्ष 9 सूत्री मांग रखी गई है। बीते दिनों संविदा स्वास्थ्यकर्मियों ने अपनी मांगों को लेकर काला बिल्ला लगाकर विरोध जताया था। वहीं बुधवार से बिहार में ये सभी संविदा स्वास्थ्यकर्मी होम आइसोलेशन में चले गए हैं।

हड़ताल पर गए संविदा स्वास्थ्यकर्मियों की मांग है कि उनके वेतन का पुनरीक्षण कर मानदेय में बढ़ोतरी कर दी जाए। संविदा स्वास्थ्यकर्मियों को पारिवारिक पेंशन और अन्य लाभ दिए जाएं। कोरोना वायरस से जुड़े कार्यों में लगे संविदा कर्मचारियों का 50 लाख का बीमा किया जाए। इसके अलावा सभी संविदा स्वास्थ्यकर्मियों का दुर्घटना और स्वास्थ्य बीमा कराया जाए।

संविदा स्वास्थ्यकर्मियों की मांग है कि कोरोना काल में ड्यूटी करते समय मौत होने पर पेंशन सहित अन्य मांगों को जल्द से जल्द पूरा किया जाए। राज्य में यह हड़ताल बिहार राज्य स्वास्थ्य समिति कर्मी संघ के आह्वान पर की जा रही है।

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