उत्तर बिहार के सभी जिलों में फिर बाढ़ का अलर्ट जारी, गंगा समेत कई नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही

उत्तर बिहार के सभी जिलों में फिर बाढ़ का अलर्ट जारी, गंगा समेत कई नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही
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बिहार में मुजफ्फरपुर, गोपालगंज, वैशाली, पूर्वी चंपारण समेत कई जिलों में एक बार फिर से बाढ़ की चेतावनी जारी की गई है। इसे ध्यान में रखते हुए जल संसाधन विभाग ने उत्तर बिहार के सभी जिलों में तटबंधों का निगरानी करने का भी निर्देश दिया है। राज्य में गंगा समेत कई नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। वहीं आज केंद्रीय टीम बिहार आ रही है।

बिहार (Bihar) के विभिन्न जिले बीते कई महीनों से बाढ़ (Flood) से जूझ रहे हैं। वहीं जल संसाधन विभाग (resource department) ने उत्तर बिहार के तमाम जिलों के लिए बाढ़ की चेतावनी जारी (Flood warning issued in North Bihar) हुई है। विशेष तौर पर जल संसाधन विभाग ने मुजफ्फरपुर (Muzaffarpur), वैशाली (Vaishali), पूर्वी चंपारण (East Champaran), गोपालगंज (Gopalganj) व पश्चिम चंपारण (West Champaran) जिलों में तटबंधों की निगरानी करने के लिए कहा है। बताया जा रहा है कि इन दिनों प्रदेश में बागमती, कोसी, गंडक, कमला बलान, महानंदा नदी, बूढ़ी गंडक नदियां उफान पर बह रही हैं। इसके अलवा राज्य में गंगा नदी भी कई स्थानों पर खतरे के निशान से ऊपर हैं। इस समय बिहार में 16 जिलों की करीब 32 लाख आबादी बाढ़ से प्रभावित है। वहीं बिहार में इस वर्ष 53 लोग बाढ़ की भेंट चढ़ गए हैं।

आपको बता दें आज बिहार की राजधानी पटना (Patna) में केंद्रीय टीम पहुंचेगी। यह केंद्रीय टीम बिहार में बाढ़ से हुई क्षति का आकलन करेगी। केंद्रीय टीम बिहार में दो दिनों तक अलग-अगल बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा करेगी। बिहार सरकार (Bihar Government) के अनुरोध पर यह टीम बिहार आ रही है।

आपदा प्रबंधन विभाग के अनुसार मुजफ्फरपुर, खगड़िया, दरभंगा, पटना, सहसरसा, वैशाली, लखीसराय, छपरा, भागलपुर, बेगूसराय, कटिहार, मुंगेर, समस्तीपुर, पूर्णिया व सीतामढ़ी जिले बाढ़ से प्रभावित हैं। राज्य में 73 प्रखंडों के तहत आने वाली करीब 486 पंचायतें आंशिक या पूर्ण रूप से बाढ़ ग्रस्त हैं।

जानकारी के अनुसार बिहार में बाढ़ ग्रस्त इलाकों में एनडीआरएफ की 19 व एसडीआरएफ की 15 टीमें राहत और बचाव कार्य में जुटी हैं। बाढ़ प्रभावित जगहों पर आवागमन को सुगम बनाने के लिए कुल 1800 से ज्यादा नाव संचालित हैं। आपदा प्रबंधन विभाग की ओर यह भी कहा गया है कि अवश्यकता पड़ी तो नावों की संख्या बढ़ाई भी जा सकती है।

आपदा प्रबंधन विभाग के मुताबिक बाढ़ ग्रस्त क्षेत्रों में करीब तीन लाख 70 हजार से ज्यादा पॉलीथीन शीट व चार लाख 75 हजार से ज्यादा सूखे राशन के पैकेट वितरित किए गए हैं। इसके अलावा तमाम बाढ़ ग्रस्त क्षेत्रों में फसलों को हुए नुकसान का आकलन कराया जा रहा है। इसके बाद किसानों को फसल के नुकसान की क्षतिपूर्ति दी जाएगी। वहीं विभाग ने बताया है कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में अब तक सात लाख 95 हजार 538 पीड़ित परिवारों को अनुग्रहित राशि के तौर पर प्रति परिवार को छह हजार रुपये की दर से कुल 477.32 करोड़ रुपये की राशि का भुगतान हो चुका है।

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