फिर से मंडराया कोरोना का खतरा, लोग इन जगहों पर ना खेलें होली - सरकार ने जारी किए दिशा-निर्देश

फिर से मंडराया कोरोना का खतरा, लोग इन जगहों पर ना खेलें होली - सरकार ने जारी किए दिशा-निर्देश
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Bihar Coronavirus Update : बिहार में एक बार फिर से कोरोना वायरस का संकट मंडराने लगा है। हालात ये है कि केवल 15 दिन के अंदर ही कोरोना एक्टिव मामलों की संख्या में 4 गुना से इजाफा दर्ज हुआ है। होली पर कोरोना के खतरा को देखते हुए सरकार ने भी जनता को सर्तक कर दिया है।

Bihar Coronavirus Update : बिहार (Bihar) में एक बार फिर से कोरोनावायरस (Coronavirus) का खतरा मंडराने के संकेत मिलने लगे हैं। हालात ये हो गए है कि केवल हाल के ही 15 दिन के अंदर कोरोना एक्टिव मामलों (Corona Active Cases) की संख्या में 4 गुना से अधिक इजाफा दर्ज हुआ है। वहीं सूबे में प्रतिदिन मिलने वाले नए कोरोना संक्रमितों की संख्या में भी गुणात्मक बढ़ोतरी (Qualitative increase corona Cases) दर्ज हो रही है। आपको बता दें बिहार में 4-10 मार्च के बीच कोरोना एक्टिव मामलों (Corona Active Cases) की संख्या 241 थी। जो 11-18 मार्च के बीच बढ़कर 356 पर जा पहुंची और 19-25 मार्च के बीच कोरोना एक्टिव मामलो की संख्या बढ़कर 933 पर जा पहुंची हैं। बिहार सरकार (Bihar Government) ने भी सूबे में एक बार फिर से भयानक होती कोरोना की स्थितियों को भांप लिया है। इसलिए बिहार सरकार ने सभी आम नागरिकों से अपील की है कि वो कोरोना वायरस की रोकथाम को लेकर जारी गाइडलाइन का पालन जरूर करें। कोरोना को लेकर जरा सी भी लापरवाही बरती गई तो स्थितियां खतरनाक हो सकती हैं। साथ ही सरकार ने अपील की है कि कोरोना के खतरे को देखते हुए आमजन सार्वजनिक जगहों पर होली (Holi) खेलने से परहेज करे। स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत ने शुक्रवार को प्रेस वार्ता कर कोरोना को लेकर ये जानकारियां दीं।

स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत के मुताबिक प्रदेश में 19 मार्च से कोरोना के एक्टिव मामलों के बढ़ने का सिलसिला शुरू हुआ। 19 मार्च को बिहार में कुल 90 कोरोना पॉजिटिव मरीज मिले। यह सिलसिला लगातार बढ़ता जा रहा है। 20 मार्च को 88, 21 मार्च को 126, 22 मार्च को 90, 23 मार्च को 111, 24 मार्च को 170 और 25 मार्च को 258 नए कोरोना पॉजिटिव मामले मिले।

सूबे में आरटीपीसीआर जांच की संख्या बढ़ा दी गई

प्रधान सचिव ने कहा कि कोरोना की खतरनाक होती स्थिति को देखते हुए सूबे में आरटीपीसीआर टेस्ट की संख्या में इजाफा कर दिया गया है। कोरोना के बढ़ रहे मामलों को देखते हुए माइक्रो कंटेनमेंट जोन भी बनाए जा रहे हैं। बिहार में अब तक प्रतिदिन करीब 37 हजार आरटीपीसीआर टेस्ट हो रहे थे। इस जांच में ट्रे-नेट टेस्ट भी शामिल रहे। अब कोरोना के नए मामलों में तेजी से हो रहे इजाफे को देखते हुए आरटीपीसीआर जांच की संख्या बढ़ाकर 40 हजार पर पहुंचा दी गई है। प्रधान सचिव के अनुसार बिहार में ट्रू-नेट मिलाकर करीब 44 हजार से ज्यादा जांच प्रतिदिन होंगी। कोरोना वायरस संबंधी इन जांचों में एंटीजन टेस्ट शामिल नहीं।

पटना प्रमंडल में हैं सबसे ज्यादा कोरोना एक्टिव मरीज

प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत ने बताया कि प्रमंडल पटना सबसे अधिक कोरोना पॉजिटिव इलाका है। वर्तमान में पटना प्रमंडल में कोरोना एक्टिव मामलों की संख्या 445 है। गया में 68, सारण में 32, मुंगेर में 74, भागलपुर में 84, सहरसा प्रमंडल में 25, पूर्णिया प्रमंडल में 92, दरभंगा प्रमंडल में 50 और तिरहुत प्रमंडल में 54 कोनोना एक्टिव मामले हैं। अब सभी प्रमंडलों को कोरोना एक्टिव मामलों की संख्या के आधार पर आरटीपीसीआर टेस्ट का लक्ष्य दिया गया है।

इस बार कंटेनमेंट जोन को लेकर उठाए जा रहे बेहतर कदम

प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत ने कहा कि गत साल से सबक लेते हुए इस बार कई बेहतर कदम उठाए जा रहे हैं। प्रत्येक सिविल सर्जन को निर्देश दिए गए हैं वो खुद वहां पहुंचकर माइक्रो कंटेनमेंट जोन का आकलन करें। बिहार में कोरोना को लेकर अब तक कुल 241 माइक्रो कंटेनमेंट जोन बनाए गए हैं।

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