Good News : बाल हृदय रोगियों की पहचान कर फ्री ईलाज कराएगी सरकार

Good News: बिहार (Bihar) में नीतीश कुमार सरकार (Nitish Kumar Government) द्वारा जन्मजात हृदय रोगी बच्चों के ईलाज के लिए 'बाल हृदय योजना' लाई गई है। बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांण्डेय ने ट्वीट के माध्यम से इस बात की जानकारी दी है। मंगल पांण्डेय (Mangal Pandey) ने बताया कि राज्य सरकार (State Government) ने बच्चों में जन्मजात हृदय रोग (Congenital Heart Disease) के ईलाज और शल्यक्रिया के लिए बाल हृदय योजना (Bal Hriday Yojana) की शुरुआत की है। योजना के सफल बनाने के लिए बिहार स्वास्थ्य विभाग (Bihar Health Department) ने गुजरात की एजेंसी (Gujarat Agency) के साथ समझौता पत्र (MOU) पर हस्ताक्षर किया है। गुजरात की इस एजेंसी की मदद के माध्यम से एक हजार बाल हृदय रोगियों की पहचान कराई जाएगी और इन सभी बाल हृदय रोगियों के लिए फ्री में स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराई जाएंगी।
मंगल पाण्डेय ने बताया कि बच्चों के हृदय में छेद जन्मजात गंभीर बीमारी है। जन्म लेने वाले 1000 में बच्चों से 9 बच्चे जन्मजात हृदय रोग की बीमारी से पीड़ित पाए जाते हैं। उन्होंने बताया कि इस रोगियों में से करीब 25 प्रतिशत बच्चों को पहली साल में शल्य क्रिया जरूरी होती है। उक्त परिप्रेक्ष्य में फ्री ईलाज के लिए नई योजना बाल हृदय योजना की स्वीकृति दी गई है।
मंगल पाण्डेय के अनुसार लोगों को योजना के प्रति जागरुक करने के लिए स्क्रीनिंग कैंप राष्ट्रीय बाल सुरक्षा कार्यक्रम, राज्य स्वास्थ्य समिति व गैर-संचारी रोग सेल के साथ आयोजित होंगे। इसके विवरण अनुसूची को राज्य स्वास्थ्य समिति को साझा किया जाएगा। वर्तमान में राज्य में हृदय में छेद के साथ जन्में बच्चों की जांच, पहचान और उपचार की व्यवस्था का अभाव था।
स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि बाल हृदय योजना संचालन के लिए इंदिरा गांधी हृदय रोग संस्थान एवं आईजीआईएमएस को समर्पित अस्पताल चिह्नित किया गया है। इसके अलावा राज्य के बाहर राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त चेरिटेबल अस्पताल व निजी अस्पताल जो बाल हृदय रोगों की निःशुल्क चिकित्सा करते हैं। उनसे MOU पर हस्ताक्षर किया है।
अस्पतालों में बच्चों के लिए फ्री जांच शिविर आयोजित होंगे: स्वास्थ्य मंत्री
मंगल पाण्डेय ने कहा कि योजना के मद्देनजर जिला अस्पतालों या मेडिकल कॉलेजों अस्पतालों में या किसी अन्य उपयुक्त स्थल पर बच्चों के लिए फ्री जांच शिविर आयोजित होंगे। जिससे संदिग्ध पीडियाट्रिक कार्डियक मामलों की जांच, पुष्टि और वर्गीकरण किया जा सके और स्क्रीनिंग स्थल पर संभव नैदानिक सुविधाएं मुफ्त प्रदान की जा सके।
© Copyright 2025 : Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS
-
Home
-
Menu
© Copyright 2025: Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS