आपातकालीन कॉल को रिसीव करेंगी तेज-तर्रार महिला पुलिसकर्मी, ये नंबर करना होगा डायल

आपातकालीन कॉल को रिसीव करेंगी तेज-तर्रार महिला पुलिसकर्मी, ये नंबर करना होगा डायल
X
बिहार में शुरू होने जा रही आपातकालीन सेवा के लिए डायल-112 में अहम जिम्मेदारी महिला पुलिसकर्मियों के हाथ में होगी। यहां आने वाली हर कॉल को महिला सिपाही ही रिसीव करेंगी।

बिहार (Bihar) में आपातकालीन सेवा ( emergency service in Bihar) के लिए डायल-112 (Dial 112) शुरू होने वाला है। वहीं बिहार में डायल-112 में महिला पुलिसकर्मियों (women policemen) के हाथ मुख्य जिम्मेदारी होगी। जानकारी के अनुसार हाईटेक व्यवस्था को संचालित करने हेतु तैयार किए जा रहे कमांड एंड कंट्रोल सेंटर में पहुंचने वाली प्रत्येक कॉल को रिसीव करने का कार्य महिला सिपाहियों के हवाले किया जाएगा। इस कार्य के लिए विभाग ने तेज-तर्रार महिला पुलिस सिपाहियों की खोज शुरू कर दी गई है।

बिहार में तमाम आपातकालीन सेवाओं के लिए जल्द डायल 112 की शुरुआत होने की उम्मीद है। जिसके लिए बिहार की राजधानी पटना (Patna) में कंट्रोल एंड कमांड सेंटर तैयार किया जाएगा। इस कमांड सेंटर को संचालित करने हेतु तीन प्रकार के पद पर पुलिसकर्मियों की तैनाती की जाएगी। आपातकाल जो कॉल कमांड सेंटर आएंगी, उन्हें रिसीव करने का जिम्मा कॉल रिस्पांस एसोसिएट (सीआरए) को मिलेगा। वर्तमान में इसके लिए 315 पद बनाए गए हैं। सीआरए के रोल में केवल महिला पुलिसकर्मियों को ही तैनात किया जाएगा। जिसके लिए तेज-तर्रार महिला पुलिसकर्मियों से आवेदन मांग लिए गए हैं।

पटना पुलिस मुख्यालय की ओर से डायल-112 के कमांड व कंट्रोल सेंटर के लिए इच्छुक पुलिस अधिकारियों व कर्मियों से आवेदन मांगे गए है। वैसे इसके लिए कुछ शर्तें भी रखी गई हैं। कहा गया है कि पुलिस अधिकारी व पुलिकर्मी ही इसके लिए आवेदन कर सकते हैं। साथ इनकी सेवा पुलिस विभाग में कम से कम पांस साल की हो चुकी हो। साथ ऐसे कर्मियों की न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता स्तानक होनी चाहिए व कम्प्यूटर की सामान्य समझ होनी भी जरूरी है। वहीं पुलिस अधिकारी या पुलिसकर्मी की आयु 40 साल से ज्यादा नहीं होनी चाहिए। इसके लिए आवेदन भेजने की अंतिम डेट 5 नवंबर रखी गई है।

कॉल रिस्पांस एसोसिएट की तरफ से कॉल को रिसीव करने के बाद उक्त डाटा डिस्पैच अधिकारी को भेजा जाएगा। डिस्पैच अधिकारी घटनास्थल के सबसे पास मौजूद डायल 112 के वहन को वहां के लिए भेजेंगे। डिस्पैच अधिकारी (डीओ) के रूप में महिला या पुरूष सब-इंस्पेक्टर को तैनात किया जाएगा। वहीं केस गंभीर होने की स्थिति में मामले की सूचना थाना, डीएसपी, एसपी सहित अन्य अफसरों के अलावा फायर ब्रिगेड व अन्य जुड़ी एजेंसियों को भी दी जाएगी। घटना की जानकारी मिलने के बाद एक्शन सुनिश्चित कराने का जिम्मा इंसिडेंट रिस्पांस अधिकारी का होगा, ये इंस्पेक्टर रैंक के होंगे। डायल 112 में ये व्यवस्था भी है कि जबतक एक्शन नहीं हो जाता, तबतक शिकायत समाप्त नहीं होगी। वर्तमान में 69 डिस्पैच अधिकारी व 60 इंसिडेंट रिस्पांस मैनेजर तैनात किए जाने हैं।

Tags

Next Story