मोदी-नीतीश पर मौका व दस्तूर दोनों हैं, कर दें 'दिनकर विश्वविद्यालय' बनवाये जाने की घोषणा: कुमार विश्वास

मोदी-नीतीश पर मौका व दस्तूर दोनों हैं, कर दें दिनकर विश्वविद्यालय बनवाये जाने की घोषणा: कुमार विश्वास
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कुमार विश्वास ने कहा कि आज रामधारी सिंह दिनकर की जयंती है। नीतीश कुमार व पीएम नरेंद्र मोदी पर मौका भी है, दस्तूर भी है व कर दें 'दिनकर विश्वविद्यालय' बनवाये जाने की घोषणा। वहीं बिहार कांग्रेस नेता डॉ. अखिलेश प्रसाद सिंह ने नीतीश कुमार को दिनकर जी की स्मृतियों को संजोए रखने में नाकाम बताया है।

आम आदमी पार्टी के पूर्व नेता एवं कवि कुमार विश्वास ने मथिला वासियों की 'दिनकर विश्वविद्यालय' की मांग को जायज ठहराया है। साथ ही कुमार विश्वास ने पीएम नरेंद्र मोदी और नीतीश कुमार से कहा कि विश्व को भारतीय भाषा के गौरवशाली युग की उजास से परिचित कराने वाले हमारे महाकवि रामधारी सिंह दिनकर के घर की जो मांग है। आप दोनों से मथिला वासियों की जो 'दिनकर विश्वविद्यालय' बनवाये जाने की मांग है। वो जायज ही है। कुमार विश्वास ने नरेंद्र मोदी और नीतीश कुमार से कहा कि आप आज हाथ जोड़कर दिनकर की जयन्ती पर सहमति की हां कर ही दीजिए। कुमार विश्वास ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी और सीएम नीतीश कुमार के पास मौका (चुनाव) भी है और दस्तूर (जयंती) भी है।


एनएसयूआई के प्रदेश अध्यक्ष चुन्नू सिंह ने भी उठाई विश्वविद्यायल की मांग

बिहार एनएसयूआई के प्रदेश अध्यक्ष चुन्नू सिंह उर्फ शशि कुमार ने भी बुधवार को ट्वीट कर बेगूसराय में दिनकर जी के नाम पर विश्वविद्यालय बनवाये जाने की मांग उठायी है। चुन्नू सिंह ने कहा कि बेगूसराय में राष्ट्र कवि रामधारी सिंह दिनकर जी के नाम पर विश्वविद्यालय के मांग का हम समर्थन करते हैं। उन्होंने बताया कि एनएसयूआई पिछले कई वर्षों से विश्वविद्यालय खोलने के लिए आंदोलन कर रहा है। चुन्नू सिंह ने चेतावनी दी कि जब तक बेगूसराय में दिनकार के नाम पर विश्वविद्यालय नहीं खुलता तब तक आंदोलन जारी रहेगा।




नीतीश कुमार की सारी योजनाएं सिर्फ वोट बैंक के इर्दगिर्द घूम रही: कांग्रेस नेता

कांग्रेस नेता एवं राज्य सभा सांसद डॉ अखिलेश प्रसाद सिंह ने कहा कि रामधारी सिंह दिनकर एक ऐसा नाम जिन्हें राष्ट्रकवि का दर्जा मिला। लेकिन उनके अपनी ही कर्मभूमि बिहार में उनकी स्मृतियों को संजोए रखने में नाकाम है। उन्होंने कहा कि बिहार के सीएम नीतीश कुमार की सारी योजनाएं सिर्फ वोट बैंक के इर्दगिर्द घूम रही हैं। लेकिन वे बिहार की धरोहर को संरक्षित करने में असफल हैं। साथ ही उन्होंने दिनकर जी को उनकी जयंती पर विनम्र श्रद्धांजलि दी!




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