नेताओं और पुलिसकर्मियों की ब्लड जांच हो, ताकि शराब से जुड़े कई रहस्य खुल जाएं: पप्पू यादव

नेताओं और पुलिसकर्मियों की ब्लड जांच हो, ताकि शराब से जुड़े कई रहस्य खुल जाएं: पप्पू यादव
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जाप प्रमुख पप्पू यादव ने बिहार सरकार की शराबबंदी पर सवाल उठाए हैं। साथ ही कहा कि सीएम नीतीश कुमार के हाथ से मंत्रिमंडल और प्रशासन निकल गया है। सूबे में सभी नेताओं और पुलिस कर्मियों की ब्लड जांच होनी चाहिए। जिससे ज्ञात हो सके कि पुलिसकर्मी प्रतिदिन थाने में शराब पीते हैं या नहीं।

बिहार (Bihar) में जारी अवैध शराब तस्करी (Liquor smuggling) को लेकर नीतीश कुमार (Nitish Kumar) लगातार विपक्षियों के निशाने पर है। अब पूर्व सांसद एवं जन अधिकार पार्टी प्रमुख पप्पू यादव (Jan Adhikar Party chief Pappu Yadav) ने शराबबंदी (Prohibition) को लेकर नीतीश सरकार के खिलाफ जमकर हमला बोला है। पप्पू यादव ने कहा कि शराबबंदी कानून के लागू होने से पहले बिहार को शराब से 5.5 हजार करोड़ रुपये की आमदनी होती थी। इसके उल्ट अब राज्य में पांच साल में अवैध शराब तस्करी का कारोबार (Liquor smuggling business) 50 हजार करोड़ रुपए पर पहुंच गया है। वहीं सीएम नीतीश कुममार अपनी जिद पर अड़े हैं कि बिहार में शराबबंदी को रिव्यू नहीं करेंगे। इस पर पप्पू यादव ने मांग उठाई है कि क्या ये नहीं हो सकता कि राज्य में शराब पर 100 फीसदी का टैक्स लगा दिया जाए और एक जिले में 5 व एक ब्लॉक मे एक शराब की दुकान खुले?

पप्पू यादव ने पटना में शराबबंदी की पोल खोलते हुए कहा कि सूबे की हर पंचायत में शराब बनाने की भट्टी चल रही है। प्रतिदिन जहरीली शराब से मौत की सूचनाएं सामने आ रही हैं। साथ ही पप्पू यादव ने मांग उठाई कि शराब तस्करों के खिलाफ 6 महीने में स्पीडी ट्रायल कर आजीवन कारावास या फांसी की सजा दी जाए।

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार इस दौरान जाप प्रमुख ने सीएम नीतीश कुमार पर भी जमकर निशाना साधा। कहा कि हमें सीएम नीतीश के मंशा पर संदेह नहीं है। पर सीएम की इच्छाशक्ति पर जरूर प्रश्न खड़े हो रहे हैं। सीएम के हाथ से मंत्रिमंडल व प्रशासन दोनों फिसल गए हैं। प्रदेश में हर नेता और सभी पुलिस कर्मियों के खून की जांच होनी चाहिए। जिससे ज्ञात हो सके कि थाना में पुलिस कर्मी प्रतिदिन शराब का सेवन करते हैं या नहीं। साथ ही इस बात की भी जांच हो कि राज्य में शराब किनके संरक्षण में बिक रही है। इसकी जांच में सहयोग करने के लिए सत्ता पक्ष के साथ-साथ विपक्षी नेता भी स्वयं आगे आकर अपनी-अपनी जांच कराएं।

जाप प्रमुख ने हाल के दिनों में जहरीली शराब पीने से हुईं मौतों को लेकर नीतीश कुमार के साथ-साथ बिहार उत्पाद मंत्री को भी निशाने पर लिया। उन्होंने कहा कि जहरीली शराब पीने से होनी वाली मौतों के लिए जिम्मेदारी तय हो। बिहार के उत्पाद मंत्री इसकी जिम्मेदारी कब लेंगे? इन मौतों के लिए कब पुलिस अध्यक्ष, डीएसपी व दूसरे बड़े पदाधिकारियों को निलंबित किया जाएगा। पप्पू यादव ने आरोप लगाया कि विधानसभा, विधायकों के घरों, पुलिस हेडक्वार्टर के निकट शराब मिल रही है। क्या सीएम नीतीश कुमार कोई डेट बता पाएंगे कि इस डेट तक शराब की तस्करी बंद हो जाएगी? यदि उसके बाद भी राज्य में शराब पाई गई तो पूरा मंत्रिमंडल इस्तीफा दे।

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