बिहार: मंगल पाण्डेय ने सभी लोगों से अपने बच्चों को 'कृमि मुक्ति की दवाई' खिलवाये जाने का किया अनुरोध

बिहार: मंगल पाण्डेय ने सभी लोगों से अपने बच्चों को कृमि मुक्ति की दवाई खिलवाये जाने का किया अनुरोध
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स्वास्थ्य मंत्री मंगल पाण्डेय ने बताया कि बिहार के पटना व मुजफ्फरपुर समेत विभिन्न जिलों में 16 सितंबर से 'राष्ट्रीय कृमि मुक्ति कार्यक्रम' के तहत अभियान जारी है। मंगल पाण्डेय ने सभी लोगों से अपने बच्चों को कृमि मुक्ति की दवाई खिलवाये जाने का अनुरोध किया है।

बिहार के स्वास्थ्य मंत्री एवं भाजपा नेता ने बताया कि सूबे के विभिन्न जिलों में 'राष्ट्रीय कृमि मुक्ति कार्यक्रम' जारी है। पाण्डेय ने बताया कि जो 16 से 29 सितम्बर 2020 तक चलता रहेगा। पाण्डेय के अनुसार आशा कार्यकर्ताओं द्वारा घर-घर जाकर एक से 19 वर्ष वर्षीय बच्चों एवं किशोर-किशोरियों को निर्धारित खुराक अनुसार कृमि मुक्ति की दवाई एल्बेंडाजोल 400 एमजी खिलवाई जायेगी। वहीं मंगल पाण्डेय ने बिहार के लोगों से इस दौरान अपने सभी बच्चों को कृमि मुक्ति की दवाई अवश्य खिलवाये जाने की अपील की है।

स्वास्थ्य विभाग की जानकारी के आधार पर अभियान के दौरान आशा कार्यकर्ताओं द्वारा कोविड 19 से बचाव के लिये निर्गत सभी दिशा - निर्देश व आवश्यक सुरक्षा उपयोगों का ध्यान रखा जायेगा। स्वास्थ्य विभाग ने भी सभी लोगों से अपने एक से 19 वर्ष के सभी बच्चों को कृमि मुक्ति की दवाई अवश्य खिलवाये जाने का अनुरोध किया है।



कृमि संक्रमण से बचाव और उसके कारण : स्वास्थ्य विभाग

स्वास्थ्य विभाग के अनुसार कृमि संक्रमण की वजह से बच्चों में खून की कमी, एनीमिया, कुपोषण, कमजोरी, थकावट एवं आदि बीमारियों से पीड़ित हो जाते हैं। स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि इससे बचाव के लिये नाखून साफ व छोटे रखें, हमेशा साफ पानी पियें, अपने हाथ साबून से धोयें, विशेषकर खाना खाने से पहले व शौच जाने के बाद ऐसा जरूर करें, अच्छी तरह से फल व सब्जियां धौयें, खाने को ढ़क कर रखें, अपने आसपास सफाई रखें। इसके अलावा खुले में शौच ना करें, हमेशा शौचालय का प्रयोग करें व जूते-चप्पल जरूर पहनें इन सभी उपायों का पालन करके कृमि संक्रमण से बचाव किया जा सकता है।

स्वास्थ्य विभाग के अनुसार राज्य के 25 जिलों में राष्ट्र कृमि मुक्त कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। इन जिलों में अररिया, अलवल, बांका, बेगूसराय, भागलपुर, बक्सर, गया, गोपालगंज, जमुई, जहानांबाद, कैमूर, कटिहार, खगड़िया, मधेपुरा, मुंगेर, मुजफ्फरपुर, पश्चिम चंपारण, पटना, पूर्वी चंपारण, सहरसा, सारण, शेखपुरा, सीतामढ़ी, सिवान एवं सुपौल शामिल हैं। इसके तहत इन जिलों में आशा कार्यकर्ताओं द्वारा घर-घर जाकर एक से 19 वर्ष वर्षीय बच्चों एवं किशोर-किशोरियों को निर्धारित खुराक अनुसार कृमि मुक्ति की दवाई एल्बेंडाजोल 400 एमजी खिलवाई जायेगी।

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