रहस्यमयी बीमारी ने आठ दिनों में एक ही परिवार के पांच लोगों को मार डाला, आक्रोशित लोगों ने सड़क पर लगाया जाम

रहस्यमयी बीमारी ने आठ दिनों में एक ही परिवार के पांच लोगों को मार डाला, आक्रोशित लोगों ने सड़क पर लगाया जाम
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बिहार में मोतिहारी जिले से एक बड़ा ही चौंकाने वाला मामला सामने आया है। यहां महज आठ दिनों के अंदर किसी रहस्यमयी बीमारी की चपेट में आकर एक ही परिवार के पांच सदस्यों की मौत हो गई है। इस रहस्यमयी बीमारी से परिवार के दो बच्चों ने आज ही दम तोड़ा। आक्रोशित लोगों ने इसके विरोध में सड़क पर भी जाम लगाया।

बिहार (Bihar) में मोतिहारी (motihari) जिले के मुफस्सिल थाने में एक रहस्यमयी बीमारी के चलते हड़कंप (stirred up due to mysterious illness) मच गया है। जानकारी के अनुसार, मुफस्सिल थाने इलाके स्थित सिरसा कॉलोनी में रहस्यमयी बीमारी की वजह से महज आठ दिनों में एक ही परिवार के पांच लोग दम तोड़ चुके (Five people from the same family died) हैं। शुरू इस रहस्यमयी बीमारी के चलते परिवार के जिन तीन सदस्यों की मौत हुई, परिजनों ने उन मौतों को स्वाभाविक मौत मान लिया। बाद में सभी का दाह संस्कार भी कर दिया गया। लेकिन शनिवार को एक बार फिर इसी परिवार के दो बच्चों की मौत हो गई। इससे स्थानीय लोग आक्रोशित (local people angry) हो गए। मामले के विरोध में आक्रोशित लोगों ने मोतिहारी मधुबनी घाट सड़क को सिरसा गांव के निकट करीब 30 मिनट के लिए जाम कर दिया।

मामले की सूचना मिलने पर डीएम शीर्षत कपिल अशोक ने निर्देश दिया। इसके बाद सिविल सर्जन ने मौके पर एंबुलेंस भिवाई और शवों को सदर अस्पताल मंगवा लिया। इसके बाद परिजनों ने सड़क को जाम मुक्त कर दिया। मेडिकल बोर्ड का कहना है कि बेसरा की एफएसएल जांच रिपोर्ट सामने आने के बाद ही बीमारी के बारे में पता लग सकेगा। वहीं परिजनों का कहना है कि पेट में दर्द की शिकायत के बाद गला जाम हो जाता था। पीड़ित थोड़े वक्त ही इशारे में बातचीत करता था। मरीज को प्राइवेट अस्पताल लेकर जाने के क्रम में ही मौत हो गई।

परिवार के इन सदस्यों की हुई मौत

जानकारी के अनुसार रविंद्र प्रसाद (32), प्रियांशु कुमार (10), मुनी कुमारी (14), सत्यम उर्फ कालू (4) और अंशु कुमारी (13) की इस रहस्यमयी बीमारी से मौत हो चुकी है। इनमें रवींद्र और प्रियांशु पिता-पुत्र थे। इन दोनों की मौत एक ही दिन में कुछ घंटों के फर्क से हुई। वहीं मुन्नी कुमारी और सत्यम ये दोनों आपस में भाई और बहन हैं। इसके अलावा मृतक अंशु कुमारी रवींद्र के सगे भाई मुकेश प्रसाद की साली थी। अंशु कुमारी बचपन से ही अपने बहन की ससुराल स्थित घर में रह रही थी। क्योंकि मुकेश प्रसाद को कोई बच्चा नहीं था। इस परिवार के मुखिया परशुराम प्रसाद कुशवाहा हैं। पूरा परिवार अभी साजा ही रहता है।

सबसे पहले अंशु ने तोड़ा दम

बताया जा रहा है कि इन पांचों लोगों में से सबसे पहले बंजरिया बथना निवासी अंशु कुमारी की मौत 26 अगस्त को हुई थी। यह अपनी बहन के घर सिरसा कॉलोनी में रह रही थी। फिर एक सितंबर को रवींद्र और उसके इकलौते बेटे प्रियांशु कुमार की मौत हो गई। इसके बाद शुक्रवार को मुन्नी कुमारी और सत्यम दोनों बहन-भाई बीमार हो गए। जिन्हें उपचार के लिए सदर अस्पताल लेकर जाया गया। यहां से दोनों को मुजफ्फपुर बेहतर उपचार के लिए रेफर किया गया। मुजफ्फपुर लेकर जाने के क्रम में ही दोनों ने रास्ते में दम तोड़ दिया।

दो शवों का कराया गया पोस्टमार्टम

मृतक मुन्नी कुमारी और सत्यम का आज सदर अस्पताल में पोस्टमार्टम हुआ। दोनों शवों की बेसरा की एफएसएल में जांच होगी। वहीं पुलिस (Police) ने बताया कि सत्यम के नाक और मुंह से खून बह रहा था। दूसरी ओर मुन्नी के मुंह से झाग निकल रहे थे। वहीं तीन शवों का परिजन पहले ही अंतिम संस्कार कर चुके हैं।

गांव में भेजी जाएगी महामारी विशेषज्ञ की टीम

मामले पर सदर पीएचसी के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी श्रवण पासवान ने बताया कि गांव में महामारी विशेषज्ञ टीम को भेजे जाने की आवश्यकता है। पेट दर्द के बाद अचानक मौत हो जाना बड़ी ही चौंकाने वाली बात है। साथ ही उन्होंने कहा कि इस परिवार को किसी सार्वजनिक जगह पर शिफ्ट किया जाए। जिससे कि इस बीमारी की चपेट में कोई अन्य परिवार ना आ पाए।

परिवार के मुखिया ने कही ये बात

परिवार के मुखिया परशुराम प्रसाद कुशवाहा ने बताया कि बीमार पड़ने पर उनके द्वारा मरीजों को ग्रामीण डॉक्टर और प्राइवेट अस्पतालों में भी उपचार कराया गया था। शुरू में शक हुआ कि सांप ने डस लिया है। झाड़फूंक भी कराई गई थी। फिर अचानक से पेट में दर्द होने लगता था। इसके कुछ समय बाद गला रुक जाता था। इसके बाद उपचार के लिए लेकर जाते वक्त ही मरीज की मौत हो जाती थी।

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