PM Modi की रैली में ब्लास्ट के 4 दोषियों को सुनाई फांसी की सजा, 2 को उम्रकैद

PM Modi की रैली में ब्लास्ट के 4 दोषियों को सुनाई फांसी की सजा, 2 को उम्रकैद
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बिहार में पटना के गांधी मैदान बम ब्लास्ट मामले में आज एनआईए कोर्ट ने सजा का ऐलान किया। इस दौरान एनआईए कोर्ट ने मामले के चार दोषियों को फांसी की सजा सुनाई। इस दौरान कोर्ट ने कुल नौ दोषियों को सजा सुनाई।

बिहार (Bihar) के पटना के गांधी मैदान बम ब्लास्ट (Patna's Gandhi Maidan Bomb Blast) मामले में दोषी पाए गए नौ आरोपितों के खिलाफ आज एनआईए कोर्ट (NIA Court) ने सजा का ऐलान किया। एनआईए कोर्ट ने दोषियों को हैदर अली उर्फ ब्लैक ब्यूटी, इम्तियाज अंसारी, नोमान अंसारी, मुजीबुल्लाह अंसारी को फांसी की सजा सुनाई है। एनआईए कोर्ट ने दो दोषियों अजहरुद्दीन, उमर सिद्दकी को उम्रकैद व दो दोषियों फिरोज असलम व अहमद हुसैन को 10 वर्ष कैद की सजा सुनाइ। कोर्ट ने एक दोषी इफ्तेखर आलम को सात साल कैद की सजा भी सुनाई।

बिहार के पटना (Patna) स्थित गांधी मैदान व पटना जंक्शन पर 27 अक्टूबर 2013 को सीरियल बम ब्लास्ट हुए थे। इस घटना की वजह से छह लोगों की मौत हो गई थी। घटना में 89 लोग घायल हुए थे। ८ वर्ष बाद एनआईए कोर्ट ने इस मामले में फैसला सुनाया है। आपको बता दें कि बुधवार को एनआईए कोर्ट ने इस मामले में मुख्य छह आरोपित को देशद्रोह, आपराधिक साजिश, हत्या, हत्या का प्रयास, यूएपीए एक्ट की धारा में दोषी ठहराया था। मामले में अन्य तीन दोषी भी पाए गए। एक आरोपी को एनआईए कोर्ट ने साक्ष्य के अभाव में बरी कर दिया।

आपको बता दें नरेंद्र मोदी की हुंकार रैली के वक्त पटना के गांधी मैदान सीरियल बम ब्लास्ट की साजिश रायपुर व रांची में रची गई थी। यहीं इसका रिहर्सल भी किया गया था। बिहार के बोधगया में ७ जुलाई 2013 को धमाके के बाद ही पटना के गांधी मैदान में ब्लास्ट की योजना इंडियन मुजाहिद्दीन के जिहादियों द्वारा बनाई थी। बोधगया धमाके का मास्टरमाइंड मोजिबुल्लाह व हैदर अली था। बोधगया बम धमाके में हैदर अली ने बौद्धभिक्षु का रूप धारण करके बम प्लांट किये थे। इसके बाद पटना के गांधी मैदान में नरेंद्र मोदी की रैली में धमाके करने के लिए आतंकियों ने विस्फोटक पदार्थ का जुगाड़ करके रांची में जमा किया था।

वारदात को अंजाम देने के लिए ८ आतंकी उस दिन सुबह में ही बस में सवार होकर रांची से पटना आए थे। पटना में ये सभी योजना के मुताबिक अलग-अलग हो गए व अपना कार्य करने लगे। इस दौरान पटना जंक्शन के प्लेटफार्म नंबर १० के शौचालय में मानव बम बनते समय एक धमाका हो गया। इसमें एक आतंकी भी मारा गया। पटना जंक्शन पर धमाका करते वक्त पकड़े गए मो. इम्तियाज के तार रांची से तार जुड़े पाए गए। फिर एनआईए ने रांची के सीठियो व हिंदपीढ़ी में रेड मारी। इसके बाद रायपुर से उमर सिद्दकी व अजहरूद्दीन को दबोचा गया। रायपुर में ही नरेंद्र मोदी को निशाना बनाकर धमाका करने की योजना बनाई थी। रांची में कार्ययोजना को अंजाम देने की साजिश रची गई थी।

पटना के गांधी मैदान सीरियल बम धमाका व बोधगया धमाके मामले का मुख्य साजिकर्ता आतंकी मो. हैदर को रांची मॉड्यूल का इंचार्ज बनाया गया था। मो. हैदर पर जिम्मेदारी थी कि वह अन्य युवकों को जोडक़र पूरे मॉड्यूल को तैयार करे। हैदर इसपर तेजी से कार्य कर रहा था। इसके बाद एजेंसी ने 24 मई 2014 को हैदर, मजबुल्ला रांची से व नुमान, तौकीर को पलामू से दबोचा था। रिमांड के दौरान हैदर व मजबुल्ला ने सब कुछ सामने रख दिया। फिर एनआईए टीम दोनों को रांची लेकर पहुंची। जहां इनकी निशानदेही पर बम बरामद हुए व कर्बला क्षेत्र में मारी गई रेड में एक व्यक्ति के घर से सर्किट बरामद हुआ था।

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