EOW की टीम ने निजी अस्पताल पर मारा छापा, रेमडेसिविर की कालाबाजारी कराने वाला डायरेक्टर समेत 3 अरेस्ट

कोरोना (Corona) संकट के बीच जहां पूरे बिहार (Bihar) में जीवनरक्षक दवाओं के किल्लत मची हुई है। वहीं राजधानी पटना (Patna) में जीवनरक्षक दवाओं की कालाबाजारी (Black marketing) करने वालों एवं इस आपदा को अवसर में बलदने वाले के खिलाफ आर्थिक अपराध इकाई की मुहिम लगातार जारी है। जानकारी के अनुसार पटना पुलिस के सहयोग से गांधी मैदान थाना क्षेत्र के एसपी वर्मा रोड में एक निजी हॉस्पिटल में ईओडब्लू (EOW) की टीम ने छापेमारी कर रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी (Remedycivir injection black marketing) का खुलासा किया है। ईओडब्लू टीम ने टीम ने हॉस्पिटल के संचालक सह डायरेक्टर, उसके साले और एक एमआर को अरेस्ट किया है। गिरफ्त में आए लोगों के पास से जीवनरक्षक इंजेक्शन की दो फाइल जब्त की गई हैं।
ईओडब्लू (EOW) के कंट्रोल रूम में किसी ने फोन कर इस हॉस्पिटल से रेमडेसिविर की कालाबाजारी की जानकारी दी थी। इसके बाद प्राइवेट हॉस्पिटल में ईओडब्लू (EOW) की टीम की हुई छापेमारी से पटना में खलबली मच गई है। ईओडब्लू (EOW) की टीम ने सभी आईजी, डीआईजी और एसपी को इस विशेष टीम को सहयोग करने के लिए कहा है। आर्थिक अपराध इकाई के अधिकारियों ने बताया कि जीवनरक्षक दवाओं की कालाबाजारी रोकने को एक कंट्रोल रूम बनाया गया है। इसका नंबर 0612 -221 5142 और मोबाइल नंबर 85444 28427 और 7543 014100 भी जारी किया गया है। यह कंट्रोल रूम 31 मई तक 24 घंटे काम करेगा।
ईओडब्लू के अनुसार आम लोगों से मिली जानकारी के आधार पर मेडिकल ऑक्सीजन, आवश्यक दवाइयों और इंजेक्शन की कालाबाजारी और अवैध भंडारण रोकने को यह छापेमारी अभियान चलाया जा रहा है। अब तक इस ईओडब्लू (EOW) की टीम ने पटना के कई इलाकों में छापा मारकर 54 ऑक्सीजन गैस सिलेंडर और 42 रेगुलेटर बरामद किए हैं। आर्थिक अपराध इकाई के एडीजी नैयर हसनैन खान ने लोगों से आग्रह किया है कि वो कालाबाजारी के खिलाफ पुलिस को सहयोग के लिए आगे आएं, जिससे कोरोना मरीजों का इलाज में किसी भी तरह की बाधा उत्पन्न ना हो पाए।
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