रात भर जागकर खेलता था PUBG, तबीयत बिगड़ने पर काफी दिनों रहा परेशान और अंत में हो गई मौत

बिहार (Bihar) के कटिहार (Katihar) जिले के कोढ़ा प्रखंड के संदलपुर पंचायत के मकइपुर से एक बड़ा ही चौंका देने वाला मामला सामने आया है। मकइपुर में एक 15 वर्षीय लड़के को पब्जी गेम (PUBG Game) की ऐसी लत लगी कि अंत में इसकी वजह से उसकी मौत हो गई। मृतक किशोर का नाम आयुष कुमार था।
स्थानीय लोगों के अनुसार 15 वर्षीय आयुष कुमार रोज पब्जी गेम खेला करता था। माता-पिता उससे पब्जी गेम को खेलने के लिए मना करते थे। इसके बाद भी वो रात-रात भर गेम खेलने में व्यस्त रहता था। धीरे-धीरे आयुष को पब्जी गेम की लत गई कि वो प्रतिदिन रातभर जागकर भी पूरी रात गेम खेलने लगा।
इस बीच अचानक कुछ दिनों पहले आयुष के गले में दर्द हुआ। जिसके बाद किशोर को डॉक्टर के पास ले जाया गया। डॉक्टरों ने जांच की तो पता चला कि लड़के की किडनी में इन्फेक्सन हो गया है। वहां से लड़के ने दवाई ली और वापस घर लौट आया। इस दौरान आयुष ने पानी मांगा, पानी पीने के बाद अचानक उनकी हालत काफी बिगड़ गई। साथ ही उनकी मौत हो गई। पिता राजेश कुमार चौहान की इकलौती औलाद आयुष कुमार था।
कोरोना की वजह से लॉकडाउन लगा। लॉकडाउन की वजह से ऑनलाइन क्लास शुरू हुई। इसी ऑनलाइन क्लास के बहाने वो रात भर जागकर गेम खेला करता था। इसकी वजह पहले तो उसके गला में दर्द होना शुरू हुआ। इसलिए वो पैन किलर दवाई लेने लगा। इससे ही उसकी जान चली गई। स्थानीय लोगों का कहना है कि वो लॉकडाउन के दौरान ऑलाइन पढ़ाई के नाम पर मोबाइल पर गेम खेला करता था। अक्सर ग्रामीण उसे इसको लेकर समझाया भी करते थे। लेकिन वो समझता नहीं था।
पिता ने भी आयुष को समझाने का प्रयास किया। लेकिन वो इस बात से इनता खफा हुआ कि दिल्ली भाग गया। पिता ने फिर मिन्नतें करके उसे वापस गांव बुलाया। फिर भी मोबाइल पर उसका पब्जी गेम खेलने का ऐसा ही सिलसिला चलता रहा। किशोर रात भर पब्जी गेम खेला करता था। कई बार पिताजी ने गेम खेलने से रोका भी। लेकिन वो नहीं माना। एक दिन अंत में उसकी जान ही चली गई। कई बार इसको लेकर बाप-बेटे के बीच तू-तू, मैं-मैं भी हुई थी। उसने पिता की बात मानी होती तो वो आज जीवित होता। वहीं अब मृतक की मां और पिता का रो-रोकर बुरा हाल है। गांव में युवक की मौत से सन्नाटा पसरा है। इस घटना के चलते युवाओं में भी भय का माहौल कायम है।
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