राजनाथ सिंह बोले बिहार के शिक्षकों को कई महीनों तक नहीं मिलता था वेतन, नीतीश-सुशील ने किया बदलाव

केंद्रीय रक्षामंत्री एवं भाजपा के वरिष्ठ नेता राजनाथ सिंह ने गुरुवार को बिहार के शिक्षकों को वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि 2005 से पहले बिहार के शिक्षकों ने बहुत बुरा समय देखा है। बिहार के शिक्षक आए दिन सड़कों पर आंदोलन करते थे। केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंंह ने कहा कि बिहार में शिक्षकों को छःमहीने, साल भर तक वेतन नहीं मिलता था। शिक्षकों को चरवाहा विद्यालय जैसे ढर्रे के साथ काम करना व तेल पिलावन और लाठी घुमावन जैसी स्थिति में पीढ़ी को संभालना बेहद चुनौतीपूर्ण था। राजनाथ सिंह ने कहा कि वे उस समय इन बातों को उत्तर प्रदेश के समाचार पत्रों में इस बातों को पढ़ते थे तो शिक्षकों पर हो रहे इस अन्याय पर दुख होता था। उन्होंने कहा कि हम सब की यही कोशिश है कि फिर शिक्षकों को ऐसी कठिन स्थिति का सामना ना करना पड़े।
राजनाथ सिंह ने कहा कि 2005 के बाद बिहार में बनी एनडीए की सरकारों ने शिक्षा को लेकर बेहतर कदम उठाये हैं। इस दौरान राजनाथ सिंह ने कहा कि बिहार की शिक्षा को लेकर नीतीश कुमार, सुशील मोदी शुरू से ही गंभीर रहे हैं। राजनाथ सिंह ने सुशील मोदी की जानकारी के अनुसार बताया कि बिहार के सरकारी स्कूलों में करीब 3 - 4 लाख शिक्षकों की भर्ती की गई है। पंचायती राज संस्थानों एवं शहरी नगरी निकायों के माध्यम से 2006 के बाद भर्ती हुये शिक्षकों के मूल वेतन में 15 प्रतिशत की वृद्धि की गई है। महिला शिक्षकों के मातृत्व अवकाश को 135 दिनों से बढ़ाकर 180 दिनों का कर दिया गया है। साथ ही उन्होंने बताया कि बिहार में शिक्षकों को भी 15 दिनों का पितृ अवकाश मिलेगा। राजनाथ सिंह ने कहा कि अन्य राज्यों में शिक्षकों को पितृ अवकाश नहीं मिलता है। इसके अलावा उन्होंने शिक्षकों को मिली रही अन्य सुविधाओं की भी जानकारी दी।
नयी राष्ट्रीय शिक्षा नीति को लेकर दी अहम जानकारी
वहीं केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि हमारी सरकार ने नयी राष्ट्रीय शिक्षा नीति को मंजूरी दी है। करीब 34 वर्ष बाद देश में नयी शिक्षा नीति आई है। पिछले तीन दशकों में जीवन के हर क्षेत्र में बदलाव आया है। नयी शिक्षा नीति 21वीं सदी में भारत के साथ मेल खाता हुआ है। यह मैं एक शिक्षक होने के नाते कह रहा हूं। साथ ही उन्होंने कहा कि यह नई शिक्षा नीति पीएम नरेंद्र मोदी के भारत को आत्म निर्भर बनाने के सपने को साकार करने में अहम भूमिका निभायेगी।
सुशील मोदी ने राज्य में शिक्षा को लेकर किये जा रहे बदलावों पर किया फोकस
बिहार के डिप्टी सीएम सुशील मोदी ने कहा कि आज बिहार में हमारी सरकार ने आईआईटी, आईआईएम, निफ्ट, लॉ यूनिवर्सिटी, प्रबंधन संस्थान समेत दर्जनों राष्ट्रीय स्तर के उच्च शिक्षा संस्थान खोलने का काम किया है। सुशील मोदी ने कहा कि 15 वर्षों के पूर्ववर्ती सरकार में खोले गये चरवाहा विद्यालय उन्हीं के कार्यकाल में ही बंद भी हो गया। जिसे उन्होंने पुर्नजीवित करने का प्रयास भी नहीं किया। पहलवान विद्यालय खोलने की बात करने वाले के राज में बिहार की पूरी शिक्षा व्यवस्था ध्वस्त हो गई थी।
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