इंग्लैंड के बच्चे 'दबंग' के 'मुन्नी बदनाम हुई' गाने की धुन पर करेंगे स्टडी

इंग्लैंड के बच्चे दबंग के मुन्नी बदनाम हुई गाने की धुन पर करेंगे स्टडी
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बॉलीवुड अभिनेता सलमान खान की 'दबंग' फिल्म का गाना 'मुन्नी बदनाम हुई' काफी चर्चाओं में रहा था। जिसको अब इंग्लैंड के स्कूली पाठ्यक्रम में भी शामिल कर लिया गया है। इस सुपरहिट गाने को बिहार के मुजफ्फरपुर निवासी बॉलीवुड गायक ऐश्‍वर्य निगम ने गाया था।

बॉलीवुड फिल्म 'दबंग' (Bollywood film 'Dabangg') के सुपरहिट गाने 'मुन्नी बदनाम हुई डार्लिंग तेरे लिए' 'Munni badnaam darling tere liye' को इंग्लैंड के स्कूली पाठ्यक्रम (England School Curriculum) में जोड़ लिया गया है। इस सुपरहिट गाने को बिहार के मुजफ्फरपुर (Muzaffarpur) निवासी बॉलीवुड सिंगर ऐश्‍वर्य निगम (Bollywood singer Aishwarya Nigam) द्वारा गाया गया था। अब इस गाने की धुन और बोल का अध्ययन इंग्लैंड में स्कूली बच्चे भी कर सकेंगे। इंग्लैंड के शिक्षा विभाग (Education Department of England) की ओर से अपने म्यूजिक करिकुलम में 'मुन्नी बदनाम हुई डार्लिंग तेरे लिए' गाने को शामिल किया गया है। दबंग फिल्म का यह गीत यूपी-बिहार के लोकगीत और स्थानीय बोल के आधार पर लिखा गया है।

गिनीज बुक में भी दर्ज है इस गाने का रिकॉर्ड

आपको बता दें 'मुन्नी बदनाम हुई डार्लिंग तेरे लिए' गाने को वर्ष 2010 में बॉलीवुड सिंगर ऐश्‍वर्य निगम द्वारा दबंग फिल्म में गाया गया था। इस गाने को बॉलीवुड सुपरस्‍टार सलमान खान अभिनीत फिल्म दबंग में फिल्‍माया गया था। 'मुन्नी बदनाम हुई' गाने की प्रसिद्धि का इसी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि यह गाना गिनीज बुक में भी अपना नाम रिकॉर्ड के तौर पर दर्ज करवा चुका है। इंग्लैंड के शिक्षा विभाग के पाठ्यक्रम को एक पैनल ने तैयार किया है। जिसमें संगीत शिक्षा विशेषज्ञ और शिक्षकों के अलावा संगीतकार भी शामिल हैं।

कई संस्कृतियों की गहराइयां जान सकेंगे छात्र

जानकारी के अनुसार, 'मुन्नी बदनाम हुई डार्लिंग तेरे लिए' के साथ-साथ किशोरी भारत से अमोनकर का सहेली रे, एआर रहमान का जय हो और अनुष्का शंकर का इंडियन समर गाने को भी इंग्लैंड के सिलेबस में शामिल किया गया है। इंग्लैंड के शिक्षा विभाग ने सभी स्कूलों के लिए इस तरह के पाठ्यक्रम रखे जाने के पीछे खास मकसद बताया है। वो ज्यादा से ज्यादा स्कूली बच्चों को विभिन्न संस्कृतियों से जुड़े संगीत की बारिकियां जानने के लिए मिलें। इसके अलावा छात्र अन्य कई संस्कृतियों की गहराइयों का भी गहनता से अध्ययन कर सकें।

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