इंजीनियर के पास 78 भूमियों के पेपर, 22 बैंक खाते और 10 लाख के आभूषण मिले, कार्रवाई अभी भी जारी

इंजीनियर के पास 78 भूमियों के पेपर, 22 बैंक खाते और 10 लाख के आभूषण मिले, कार्रवाई अभी भी जारी
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बिहार (Bihar) के सीवान (Siwan) जिले से हैरान कर देने वाली एक खबर सामने आई है। यहां रविवार से एक इंजीनियर (engineer) के खिलाफ निगरानी अन्वेषण ब्यूरो (Investigation bureau) की कार्रवाई जारी है। जिसमें चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं। अभी तक की कार्रवाई में 78 भूमियों के पेपर, 22 बैंक खाते और 20 जीवन बीमा पॉलिसी पेपर, नकदी और विभिन्न सोने-चांदी के आभूषणों समेत कई वाहनों की जानकारी का पता चला है। वहीं अभी भी कार्रवाई जारी है।

सीवान के जिला परिषद (Siwan District Council) इंजीनियर धनंजयमणि तिवारी (Engineer Dhananjayamani Tiwari) के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति मामले में निगरानी अन्वेषण ब्यूरो (Surveillance bureau) द्वारा बड़ी कार्रवाई की जा रही है। जानकारी के अनुसार अभियंता धनंजयमणि तिवारी के तीन ठिकानों पर रविवार को अन्वेषण ब्यूरो ने छापे मारे। जहां अन्वेषण ब्यूरो करोड़ों की चल-अचल संपत्ति के दस्तावेज हाथ लगे। इसमें बड़ी संख्या में जमीन के पेपर भी शामिल हैं। बताया जा रहा है कि अब तक हुई जांच-पड़ताल में 4 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति के बारे में पता चल गया है। इन संपत्तियों में भूमि के 78 पेपर, 20 जीवन बीमा पॉलिसी के पेपर, 22 बैंक खाते और 10 लाख रुपये से अधिक मूल्य के सोने-चांदी के गहने के साथ हार्वेस्टर, ट्रैक्टर, स्कॉर्पियो व बाइक समेत तक चार करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति शामिल है।

अन्वेषण ब्यूरो ने सीवान जिला परिषद ऑफिस में तैनात अभियंता धनंजयमणि तिवारी के खिलाफ 19 फरवरी को एक करोड़ 55 लाख 55 हजार 524 रुपये की आय से अधिक संपत्ति का मामला दर्ज किया था। इसके बाद रविवार को सीवान में उनके ऑफिस कक्ष, शहर के मालवीय नगर स्थित तीन मंजिला मकान व पचरूखी के पैतृक घर की तलाशी ली गई। निगरानी अन्वेषण ब्यूरो के मुताबिक अभियंता द्वारा दी जाने वाली वार्षिक संपत्ति के ब्योरे में इन संपत्तियों के बारे में किसी तरह का जिक्र नहीं किया गया। है। निगरानी अन्वेषण ब्यूरो बरामद हुए पेपर की छानबीन कर रहा है। वहीं निगरानी अन्वेषण ब्यूरो के अधिकारियों को शक है कि जांच में और अधिक संपत्ति मिल सकती है।

बताया जा रहा है कि धनंजयमणि तिवारी अभियंता के पद से कुछ महीने पूर्व रिटायर हो गए थे। इसके बाद वे अनुबंध के तहत जिला परिषद ऑफिस में इंजीनियर की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं। ज्यादातर संपत्ति स्वयं धनंजयमणि तिवारी व उनकी पत्नी संजुला तिवारी के नाम पर है। दंपत्ति के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है।

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