मुझे कितनी भी गाली दो पर सुशांत को न्याय चाहिए : बिहार डीजीपी

मुझे कितनी भी गाली दो पर सुशांत को न्याय चाहिए : बिहार डीजीपी
X
बिहार के डीजीपी गुप्तेश्वार पाण्डेय ने ट्वीट कर कविता के माध्यम से अपील कर सुशांत सिंह राजपूत के लिये न्याय मांगा है। उन्होंने लिखा कि 'हिफ़ाज़त हर किसी की मालिक बहुत खूबी से करता है ! हवा भी चलती रहती है, दीया भी जलता रहता है! मुझे जितनी भी गाली दो, लेकिन सुशांत को न्याय चाहिए! वहीं शिवसेना नेता संजय राउत ने सुशांत मामले पर दिल्ली, बिहार में महाराष्ट्र सरकार के खिलाफ साजिश रची जाने का आरोप लगाया है।

बिहार के डीजीपी गुप्तेश्वार पाण्डेय ने रविवार को ट्वीट के माध्यम से बताया कि उन्होंने जीवन भर निष्पक्ष रहकर निष्ठा पूर्वक आम जनता की सेवा की है। लेकिन मुझ पर बहुत तथ्यहीन अनर्गल आरोप लगाए जा रहे हैं। वहीं उन्होंने कहा कि जिसका जवाब देना उचित नहीं। इसके अलावा बिहार डीजीपी गुप्तेश्वर पाण्डेय ने कविता के माध्यम से सुशांत सिंह राजपूत के लिये न्याय मांगा है। उन्होंने कविता में लिखा कि 'हिफ़ाज़त हर किसी की मालिक बहुत खूबी से करता है! हवा भी चलती रहती है, दीया भी जलता रहता है! मुझे जितनी भी गाली दो, लेकिन सुशांत सिंह राजपूत को न्याय चाहिए!



संजय राउत ने महाराष्ट्र सरकार के खिलाफ साजिशें रची जाने का आरोप लगाया

शिवसेना के वरिष्ठ नेता संजय राउत ने रविवार को ट्वीट कर अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत मामले में मुंबई पुलिस द्वारा की जा रही कार्रवाई पर भरोसा जताया है। उन्होंने कहा कि सुशांत सिंह राजपूत की मौत को लेकर बिहार व दिल्ली में जिस तरह की राजनीति की जा रही है। मैं मानता हूं कि महाराष्ट्र सरकार के खिलाफ साजिश रची जा रही है। मुंबई पुलिस एक सक्षम बल है और सच्चाई को सामने लाने की पूरी कोशिश कर रही है। इसी मामले को लेकर महाराष्ट्र के सामना समाचार पत्र में भी संजय राउत का लेख छपा था। जिसमें उन्होंने सुशांत सिंह मामले पर सियासत किये जाने का आरोप लगाया था।



जदयू ने संजय राउत पर किया पलटवार

जदयू ने संजय राउत के आरोपों पर पलटवार किया है। जदयू प्रवक्ता राजीव रंजन प्रसाद ने ट्वीट के माध्यम से कहा कि महाराष्ट्र के 'सामना' अखबार संजय राउत की निरंकुश एवं मानवताहीन विचारधारा को सामने रखती है। किसी व्यक्ति की संदेहास्पद स्थिति में मृत्यु हो जाती है और उसके बाद ऐसे नेता उस मौत पर राजनीति करते हैं, दोषियों को बचाने की मंशा से बयान और कार्य करते हैं। वहीं उन्होंने कहा कि ऐसी विचारधारा एवं व्यक्तित्व भर्त्सना योग्य है। बिहार पुलिस को कोऑपेरेट की जगह क्वारंटाइन किया गया जिसे न्यायालय ने भी गलत मान महाराष्ट्र सरकार को फटकार लगाई। मुंबई की कानून व्यवस्था और सरकार की पोल इस मामले के साथ खुल गई है।





Tags

Next Story