तेजस्वी बोले- सीएम नीतीश को ये भी नहीं होगा पता, बेरोजगारी राज्य में राष्ट्रीय औसत से भी 3 गुणा ज्यादा पर पहुंची

तेजस्वी बोले- सीएम नीतीश को ये भी नहीं होगा पता, बेरोजगारी राज्य में राष्ट्रीय औसत से भी 3 गुणा ज्यादा पर पहुंची
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बिहार विधानसभा के मानसून सत्र से पहले नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने पटना में बिहार सरकार के खिलाफ जमकर निशाना साधा। वहीं तेजस्वी यादव ने बेरोजगारी के मुद्दे पर सीएम नीतीश कुमार को एक बार फिर घेरा।

बिहार विधानसभा के मानसून सत्र (Monsoon session of Bihar Legislative Assembly) की शुरुआत से एक दिन पूर्व यानी कि रविवार को नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव (Leader of Opposition Tejashwi Yadav) पटना (Patna) पहुंचे। पटना में आज तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) मानसून सत्र में शामिल होने की रणनीति पर महागठबंधन के नेताओं के साथ बैठक करेंगे। यह बैठक रविवार को पटना में राबड़ी देवी के आवास पर आयोजित होगी। वहीं तेजस्वी यादव ने विधानसभा में विधायकों की पिटाई मामले पर हुई कार्रवाई सिर्फ दिखावे वाली कार्रवाई करार दिया। उन्होंने कहा कि मामले में सिर्फ दो पुलिसवालों के खिलाफ एक्शन लेकर उनको बलि का बकरा बनाया गया है। राजद नेता ने कहा कि इस केस में वरिष्ठ अधिकारियों को बचाने का कार्य किया गया है।

तेजस्वी ने बताया कि नालंदा मॉडल के अफसर एवं सफेद दाढ़ी बाल वाले एमएलसी संपर्क में थे। एमएलए की पिटाई कराने में यही लोग लिप्त हैं। उन्होंने कहा कि इस पूरे मामले की फुटेज भी हमारे पास मौजूद है। घटना के वक्त वहां पर 50 से 100 पुलिसवाले व अधिकारी उपस्थित थे। पर दो पुलिसवालों पर एक्शन लेना सिफ आईबास है।

इस दौरान तेजस्वी यादव ने बेरोजगारी समेत अन्य मुद्दों को लेकर एक बार फिर से बिहार के सीएम नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) पर निशाना साधा। साथ ही पूर्व में सीएम नीतीश ने यह बयान दिया था कि पेट्रोल डीजल की कीमतों पर उनकी गौर नहीं है। इस पर तेजस्वी ने कहा कि बिहार में बेरोजगारी (Unemployment) राष्ट्रीय औसत से भी 3 गुणा ज्यादा बढ़ गई है। यह बात भी सीएम नीतीश कुमार को नहीं पता होगी। इसके अलावा राज्य में सबसे ज्यादा वैक्सीन बर्बाद हुई है, इस मामले में बिहार नंबर-एक पर है। तेजस्वी यादव ने कहा कि नीतीश कुमार को कुछ पता कहां रहता है। वो सिर्फ युवा विरोधी ही नहीं हैं। बल्कि वो विकास विरोधी भी हैं।

तेजस्वी यादव ने जातीय जनगणना के मुद्दे पर कहा सीएम नीतीश कुमार भाजपा व आरएसएस के सामने बोल नहीं सकते हैं। केंद्र के सहयोगी दल के रूप में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार हैं। अगर केंद्र सरकार जातीय जनगणना नहीं कराती है तो सीएम नीतीश कुमार को अपने खर्च पर जातीय जनगणना करा लेनी चाहिए।

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