छग के स्टील उद्योगों की सांसें लौटाएंगे 11ऑक्सीजन प्लांट, केंद्र ने दी उत्पादन की मंजूरी

प्रदेश के मिनी स्टील उद्योगों की बंद होती सांसों को ऑक्सीजन देकर वापस दिलाने का काम प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की पहल ने किया है। मुख्यमंत्री ने पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सामने उद्योगों को ऑक्सीजन देने की मांग रखी। इसके बाद केंद्रीय उद्योग मंत्री पीयूष गोयल को पत्र लिखकर प्रदेश की स्थिति से अवगत कराते हुए उद्योगों को 20 फीसदी ऑक्सीजन ही देने की मांग रखी। इस मांग पर केंद्र सरकार ने स्टील उद्योगों को 20 फीसदी ऑक्सीजन देने की मंजूरी दे दी है। अब प्रदेश के 11 ऑक्सीजन प्लांट फिर से उद्योगों के लिए ऑक्सीजन बनाने का काम करेंगे।
कोरोना के कहर के कारण देशभर में ऑक्सीजन की कमी को देखते हुए पिछले माह केंद्र सरकार ने उद्योगों की दी जाने वाली ऑक्सीजन पर प्रतिबंध लगा दिया था। इसके बाद राज्य सरकार ने इस पर अमल करते हुए यहां के उद्योगों को ऑक्सीजन की सप्लाई बंद कर दी। ऐसा होने से यहां के उद्योगाें में तालाबंदी का खतरा बढ़ गया। इधर प्रदेश में कोरोना के मामलेे कम होने और ऑक्सीजन भरपूर होने पर उद्योगों की मांग पर मुख्यमंत्री ने इस मामले में पहल करते हुए केंद्र के सामने उद्योगों को ऑक्सीजन देने क मांग रखी।
केंद्रीय मंत्री का जताया आभार
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा केंद्र सरकार से स्टील इंडस्ट्री को ऑक्सीजन के उपयोग की अनुमति के संबंध में भेजे गए प्रस्ताव पर केंद्र सरकार ने अनुमति प्रदान कर दी है। केंद्र सरकार की सचिव स्तर की समिति ने प्रदेश के 11 ऑक्सीजन प्लांटों को उद्योगों के लिए ऑक्सीजन बनाने की सहमति दी है। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने इसके लिए केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल के प्रति आभार प्रकट किया है।
केंद्रीय मंत्री को दी थी प्रदेश की जानकारी
मुख्यमंत्री श्री बघेल ने केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल को इस संबंध में पत्र लिखकर यह अवगत कराया था कि राज्य में कोरोना महामारी की स्थिति में निरंतर सुधार हो रहा है। ऑक्सीजन उत्पादक इकाईयों को ऑक्सीजन की मांग के अभाव में क्षति हो रही है तथा ऑक्सीजन की कमी के कारण राज्य की सभी स्टील निर्माता इकाईयां बंद पड़ी हैं जिसके कारण लाखों मजदूर बेरोजगार हो गए हैं।
इन परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए राज्य की स्टील निर्माता इकाईयों को राज्य में उत्पादित 20 प्रतिशत मात्रा (92 मीट्रिक टन) ऑक्सीजन के उपयोग की अनुमति प्रदान करने का अनुरोध किया था। साथ ही उन्होंने यह भी कहा था कि भविष्य में किसी भी समय अतिरिक्त मेडिकल ऑक्सीजन की मांग यदि उत्पन्न भी होती है तो स्टील निर्माता इकाईयों को ऑक्सीजन की आपूर्ति रोकी जा सकती है।
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