चंदखुरी में पत्थर तराशकर भगवान श्रीराम की 51 फीट की मूर्ति हो रही तैयार

रायपुर. भगवान राम वन गमन मार्ग के तहत चंदखुरी में बनाया जा रहा भव्य मंदिर का कार्य जल्द ही समाप्त होने को है। मंदिर में सौंदर्यीकरण का कार्य पूरा हो चुका है। जुलाई में 51 फीट ऊंची भगवान श्रीराम की मूर्ति भी बनकर तैयार हो जाएगी। ओडिशा से आए 50 कलाकार छेनी से पत्थर तराशकर मूर्ति काे रूप दे रहे हैं। मुख्य कलाकार जगबंधु ने बताया, फरवरी से काम शुरू हुआ है। हाथों से पत्थर तोड़कर आकार देने में समय लगता है और सावधानी से भी काम करना होता है। बिलासपुर से लाए गए बलुआ पत्थर से मूर्ति तैयार की जा रही है। उन्होंने बताया, पत्थर की खासियत है, जैसे-जैसे यह पुराना होगा, इसकी चमक बढ़ने लगती है। अंतिम फिनिसिंग होने से इसका आकर्षण और भी बढ़ जाएगा।
90 फीसदी काम हाथों से
कलाकार का कहना है, मूर्ति बनाने में 90 फीसदी काम हाथों से किया जा रहा है, 10 फीसदी केवल मशीन से हो रहा है। प्रतिदिन कलाकार 7 से 8 घंटे मूर्ति बनाने में समय दे रहे हैं। पहले पत्थर से मूर्ति काे आकार देकर उसे जोड़ा जा रहा है। वर्तमान में लगभग आधी मूर्ति बनकर तैयार हो चुकी है, पीछे का हिस्सा बचा हुआ है। कलाकार ने मूर्ति की मजबूती पर भी विशेष ध्यान दिया है। मूर्ति में भगवान श्री राम धनुष धारण किए नजर आएंगे। यह प्रदेश में श्रीराम जी की सबसे बड़ी मूर्ति होगी।
जुलाई में मूर्ति बनकर होगी तैयार
चंदखुरी मंदिर के मुख्य द्वार के लिए हाथों से तराशकर श्रीराम जी की 51 फीट ऊंची मूर्ति तैयार हो रही है। निर्माण कार्य अंतिम पर है, जुलाई में मूर्ति बनकर तैयार हो जाएगी। छत्तीसगढ़ सरकार भगवान राम के वन गमन मार्ग को 137.45 करोड़ रुपए की लागत से पर्यटन परिपथ के रूप में विकसित कर रही है।
- अनुराधा दुबे, जनसंपर्क अधिकारी, पर्यटन विभाग छत्तीसगढ़
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