एक बड़ा हादसा टला, पर अब भी कई मासूमों की जान खतरे में : पार्षद ने कहा- कई बार अधिकारियों को दी गई थी जर्जर आंगनबाड़ी की जानकारी, जिले भर में कई केंद्र बदहाल

एक बड़ा हादसा टला, पर अब भी कई मासूमों की जान खतरे में : पार्षद ने कहा- कई बार अधिकारियों को दी गई थी जर्जर आंगनबाड़ी की जानकारी, जिले भर में कई केंद्र बदहाल
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बच्चों के बाहर निकलते ही आंगनबाड़ी केंद्र ढह गया। पार्षद ने कहा कि कई बार अधिकारियों को जर्जर भवन की जानकारी दी गई थी। अब भी कई मासूमों की जान खतरे में... पढ़िए पूरी खबर...

उमेश यादव/कोरबा। छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले के रिसदी इलाके में एक जर्जर आंगनबाड़ी केंद्र भरभराकर गिर गया। हालांकि हादसे के कुछ समय पहले ही बच्चों की छुट्टी हो गई थी, जिससे बड़ी दुर्घटना टल गई। जिस कमरे में थोड़ी देर पहले छोटे-छोटे बच्चे बैठे हुए थे, उसे भरभराकर गिरता देख वहां के कर्मचारियों की सांसें भी रुक गईं। हालांकि वहां कोई नहीं था, इसलिए कोई जनहानि नहीं हुई। अगर कुछ देर हुई होती तो यहां तस्वीर कुछ और होती।

दरअसल, नगर निगम कोरबा क्षेत्र के वार्ड क्रमांक 32 में संचालित आंगनबाड़ी केंद्र संख्या 1 का जर्जर भवन आखिरकार जमींदोज हो गया। पहले से ही इसकी स्थिति बदहाल थी, फिर भी यहां काम काज चल रहा था। खबर के मुताबिक इस केंद्र में आंगनबाड़ी की कक्षाएं संचालित हुई और बच्चों की छुट्टी के कुछ देर बाद ही एकाएक भवन भरभरा कर गिर गया। कार्यकर्ता फ्लोविया एक्का ने बताया कि समस्या काफी समय से थी और इस बारे में अधिकारियों को अवगत कराया गया था।

कई बार गिर चुका छज्जा

आंगनबाड़ी केंद्र के भवन के गिरने की जानकारी जैसे ही पार्षद अजय गौड़ को मिली वे तुरंत वहां पहुंचे। पार्षद ने बताया कि उन्होंने जर्जर भवन और इससे जुड़े खतरे की जानकारी प्रशासन और आईसीडीएस के अधिकारियों को कई बार दी, लेकिन कुछ नहीं किया गया और हर बार फंड की कमी बताई गई। हालांकि जिस समय घटना हुई तब इस केंद्र के बच्चे अपने घर जा चुके थे, इसलिए अनहोनी नहीं हुई। पार्षद ने यह भी बताया कि इसी वार्ड के अंतर्गत सिंगापुर इलाके में भी आंगनबाड़ी केंद्र की स्थिति अच्छी नहीं है। देखिए वीडियो-

वहीं आंगनबाड़ी केंद्र के कार्यकर्ता विद्या केरकेट्टा ने बताया कि कई अवसर पर छज्जा गिरने से अजीब स्थिति निर्मित हुई है। देखिए वीडियो-

अधिकारी ने भी माना आंगनबाड़ी केंद्रों की स्थिति अच्छी नहीं

आईसीडीएस के डीडब्ल्यूसीडीओ गजेंद्र देव सिंह ने स्वीकार किया कि कई आंगनबाड़ी केंद्रों की स्थिति वाकई अच्छी नहीं है। उन्होंने कहा कि इसकी जानकारी जुटाई जा रही है, जहां पर जैसे विकल्प होंगे उसकी मदद ली जाएगी।

कई बार शिकायतें आई थी सामने

उल्लेखनीय है कि, जिले में अनेक स्थानों पर आंगनबाड़ी केंद्रों की दशा को लेकर काफी समय से शिकायतें मिलती रही है, लेकिन समय पर जरूरी काम नहीं किया गया। यही कारण है कि रिसदी का भवन ध्वस्त हो गया। इसलिए विभाग को दूसरे समस्या ग्रस्त भवनों की चिंता करनी चाहिए। देखिए वीडियो-


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