रायपुर रेलवे स्टेशन में बिजली बचाने का एक अनोखा प्रयोग, प्लेटफार्म से ट्रेन के जाते ही 70 प्रतिशत लाइटें स्वत: बुझ रहीं

रायपुर: रेलमंडल के सेक्शन इंजीनियर डीपी जायसवाल ने बताया कि स्टेशन पर बिजली बचाने को लेकर एक नया प्रयोग किया गया है। इसके तहत स्टेशन सभी प्लेटफार्मा पर सेंसर इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम लगाया जा रहा है, ताकि प्लेटफार्मों की लाइट ट्रेनों के आने-जाने पर आटोमेटिक तरीके से बंद व चालू हो सकें। इसका डेमो प्रयोग स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर 5 में किया गया है। प्लेटफार्म 5 पर सेंसर इलेक्ट्रॉनिक लाइटिंग सिस्टम लगाया गया है। प्लेटफार्म पर ट्रेनों के आने जाने पर लाइटें एक निश्चित अनुपात में चालू व बंद हो रही हैं। आने वाले 1 सप्ताह के अंदर इस आटोमेटिक सेंसर इलेक्ट्रॉनिक लाइटिंग सिस्टम से 1 से लेकर प्लेटफार्म नंबर 7 तक को जोड़ने की योजना है। इससे जहां रेलवे की बिजली की खपत कम होगी, वहीं प्लेटफार्मों की बिजली को बार-बार बंद-चालू करने की झंझट से भी मुक्ति मिलेगी। साथ ही प्लेटफार्म पर यह लाइटिंग सिस्टम यात्रियों के लिए भी सुविधाजनक व आकर्षण का केंद्र होगा।
ऐसे काम करता है सेंसर लाइटिंग सिस्टम
यह एक इलेक्ट्रॉनिक फ्यूज सर्किट बॉक्स होता है, जो सेंसर सिस्टम के अनुरूप काम करता है। यह सेंसर लाइटिंग सिस्टम मुख्य विद्युत सप्लाई लाइन से कनेक्ट होता है और जैसे ही प्लेटफार्म पर ट्रेन पहुंचती है, उसे स्कैन कर सेंसर को सूचित करता है। इससे १०० प्रतिशत लाइटें जलने लगती हैं। वहीं जैसे ही ट्रेन प्लेटफार्म को छोड़ती है, सेंसर सिस्टम 30 प्रतिशत लाइटों को छोड़ 70 प्रतिशत लाइटों को बंद कर देता है। यह पूरा सिस्टम स्टेशन निदेशक के दफ्तर से जनरेट हो रहा है। स्टेशन निदेशक राकेश सिंह का कहना है कि यह पूरे रायपुर रेलमंडल का पहला स्टेशन है, जिसके प्लेटफार्मों में आटोमेटिक सेंसर इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम का प्रयोग किया जा रहा है। इससे स्टेशन पर बिजली की फिजूलखर्ची रुकेगी। वहीं गर्मी के दिनों में प्लेटफार्म का तापमान भी नियंत्रित रहेगा।
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