आक्रोश सभा : अनियमित कर्मचारियों ने सरकार से पूछे सवाल... साहब 4 साल बीत गए... क्या होगा ये तो बताइए...

आक्रोश सभा : अनियमित कर्मचारियों ने सरकार से पूछे सवाल... साहब 4 साल बीत गए... क्या होगा ये तो बताइए...
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कर्मचारियों ने नवा रायपुर में आक्रोश सभा का आयोजन किया। प्रदर्शनकारियों ने जमकर अपना विरोध जताया। कर्मचारी आगे बड़े आंदोलन की तैयारी कर रहे हैं। पढ़िए पूरी खबर....

रायपुर। रविवार को रायपुर में प्रदेशभर से कर्मचारी पहुंचे। कर्मचारियों ने नवा रायपुर में आक्रोश सभा का आयोजन किया। अनियमित कर्मचारी मोर्चा के बैनर तले प्रदर्शनकारियों ने जमकर अपना विरोध जताया। इस दौरान उन्होंने तहसीलदार को सरकार के नाम ज्ञापन सौंपा और अपने नियमितीकरण को लेकर सरकार से सवाल किया।

प्रदर्शनकारियों ने कहा कि यह आक्रोश नियमित नहीं किए जाने की वजह से है। बता दें कि सरकार ने अपने बजट सत्र में भी अनियमित कर्मचारियों के लिए किसी तरह का कोई प्रावधान नहीं किया। इससे संगठन नाराज है और अपना विरोध जताने के लिए राजधानी की तरफ शिरकत कर रहे हैं। इससे पहले कांग्रेस ने 10 दिन के भीतर ही नियमित करने का वादा किया था। इससे कर्मचारियों को बड़ी उम्मीद थी लेकिन अब तक इस विषय में कोई फैसला नहीं लिया गया है। इसके साथ यह भी कहा गया था कि किसी की छंटनी नहीं होगी लेकिन लगातार दैनिक वेतन भोगी संविदा और अनियमित कर्मचारियों को हटाया जा रहा है और 4 साल बीतने के बाद भी नियमितीकरण का कुछ भी तय नहीं है।

नए धरनास्थल पर पीने के पानी तक सुविधा नहीं

अपनी मूल समस्या के साथ-साथ कर्मचारियों को और भी कई समस्याओं से जूझना पड़ रहा है। दरअसल नवा रायपुर के राज्योत्सव स्थल के ठीक सामने प्रदर्शनकारियों को प्रशासन ने धरना देने के लिए जगह दी है। लेकिन इस वीरान जगह पर बहुत सारी परेशानियां हैं। यहां पर पीने के पानी की कोई सुविधा नहीं है। इससे परेशान संगठन के नेताओं ने कहा कि प्रशासन के खिलाफ आवाज उठाने पर जान बूझकर हमें यहां भेजा गया है। धरना स्थल को रायपुर के पुराने जगह पर ही होना चाहिए। असल में बूढ़ा तालाब स्थित धरना स्थल से बड़े विरोध प्रदर्शनों की अनुमति नहीं दी जा रही है। इसलिए अब सारे प्रदर्शन इस नई सुनसान जगह में हो रहे हैं। प्रशासन ने पीने के पानी तक व्यवस्था यहां नहीं की है।

बड़े आंदोलन की तैयारी

संगठन के पदाधिकारियों ने कहा कि आने वाले दिनों में बड़े आंदोलन की तैयारी की जा रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के अलग-अलग 40 से ज्यादा कर्मचारी संगठन आने वाले दिनों में अनिश्चितकालीन हड़ताल प्रदेश के हर जिले में करेंगे। सभी की मांग एक है कि उन्हें नियमित किया जाए।

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