शराब घोटाले में कूदी 'आप' : प्रदेश अध्यक्ष बोले- सबकी मिलीभगत से हुआ गोलमाल...सही कार्रवाई नहीं हुई तो उग्र प्रदर्शन की चेतावनी

रायपुर। छत्तीसगढ़ में 2000 करोड़ के शराब घोटाले में अनवर ढेबर, नितेश पुरोहित, शराब कारोबारी पप्पू ढिल्लन और एपी त्रिपाठी ईडी की गिरफ्त में हैं। इन सभी को सोमवार को कोर्ट में पेश किया गया। जहां से सभी को 19 मई तक ईडी की रिमांड पर भेज दिया गया है। इस घोटाले को लेकर आम आदमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष कोमल हुपेंडी ने 'आप' कार्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस में सरकार पर हमला बोला। प्रदेश सरकार सरकार पर निशाना साधते हुए उनहोंने कुछ सबूतों के साथ इस शराब घोटाले का खुलासा किया है। इस दौरान मुख्य प्रवक्ता सूरज उपाध्याय, प्रदेश सचिव प्रियंका शुक्ला और सह सचिव अभिषेक जैन भी मौजूद रहे।
रसूखदारों के चलते कार्रवाई नहीं की गई- कोमल हुपेंडी
श्री हुपेंडी ने कहा कि, अनवर ढेबर को गिरफ्तार किया गया है। इसके बावजूद सरकार का कहना था कि, प्रवर्तन निदेशालय राज्य की तरफ से हमे फंसाने की कोशिश की जा रही है। वहीं आप के प्रदेश अध्यक्ष कोमल ने कहा कि, रसूखदारों के चलते कार्रवाई नहीं की जा रही थी। सह सचिव अभिषेक जैन 3 सालों से लगातार मुख्यमंत्री से लेकर राष्ट्रपति तक शासन में बैठे अधिकारियों से शिकायत कर रहे थे। लेकिन उनकी कोई भी बात नहीं सुनी गई, सबूतों के साथ शिकायत पत्र प्रेषित किया गया, लेकिन छत्तीसगढ़ की भूपेश सरकार काली कमाई करने में इतनी व्यस्त थी कि सभी शिकायतों को दरकिनार कर दिया। छत्तीसगढ़ से लेकर दिल्ली तक खबर पहुंचने के बाद 'आप' हाई कमान से हरी झंडी मिलने के बाद मामले का खुलासा किया गया है। बता दें, सह सचिव अभिषेक जैन द्वारा पहली शिकायत 2 जुलाई 2020 को कलेक्टर महासमुंद से की गई, जिसमें जिले के सरकारी शराब दुकानों में अवैध रूप से बिना परमिट के डुप्लीकेट सरकारी हॉलमार्किंग वाली शराब उत्पादक से सीधे शराब दुकानों में खाली होती है और बिना स्कैनिंग के उसे बेचा जाता है।
800 पेटी देशी मदिरा राज्य में लाई गई...
कोमल हुपेंडी ने शराब घोटाले की जानकारी देते हुए बताया कि, 3 अक्टूबर 2020 को वाहन क्रमांक CG.25.G.9155 के माध्यम से 800 पेटी देशी मदिरा लाई गई। इस दौरान जब पार्टी के पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं ने ड्राइवर से परमिट के बारे में पूछा गया तो वह गाड़ी छोड़कर गायब हो गया। जिसके बाद दुकान के सुपरवाईजर कमलेश पाण्ड़े से पूछा गया तो वह गोल-मोल जवाब देने लगे और जब अधिकारियों को फोन करके सूचना दी। तब अधिकारी तुंरत हडबड़ा कर फर्जी परमिट बनाने में लग गए।
आधिकारिक वेब साइट को क्यों किया बंद...
प्रदेश में शराब घोटाले को लेकर कोमल हुपेंडी ने कहा कि, भूपेश सरकार ने आबकारी विभाग के शराब घोटाले को जनता से छुपाने के लिए विभाग की आधिकारिक वेब साइट excise.cg.nic.in को बंद करवा दिया है। जिसके लिए तत्कालीन एन.आई.सी. छत्तीसगढ़ प्रमुख त्रिपाठी और तत्कालीन आबकारी आयुक्त निरंजन दास जिम्मेदार हैं। छत्तीसगढ़ में विगत 3 सालों से 12 जिलो में अवैध शराब बिक्री घोटाले की कुल काली कमाई का आकड़ा लगभग 9720 करोड़ रूपए होता है, जो कि छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की भूपेश सरकार, रसूकदार ब्यूरोक्रेट्स और मातहत अधिकारियों के संरक्षण की मिलीभगत से किया गया है।
आबकारी आयुक्त ने अपनी संपत्ति का ब्योरा क्यों छिपाया...
कोमल हुपेंडी ने कहा कि, आबकारी आयुक्त निरंजन दास ने अपनी संपत्ति का ब्योरा क्यों नहीं दिया हैं। आखिर अनवर ढेबर का सीएम बघेल के साथ रिश्ता क्या है। मुख्यमंत्री, आबकारी मंत्री और कांग्रेस के नेताओं-मंत्रियों के खिलाफ जांच अबतक क्यों नहीं हुई? आम आदमी पार्टी मांग करती है कि, भूपेश सरकार मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दें, अगर ऐसा नहीं किया तो छत्तीसगढ़ के सभी जिलों में आम आदमी पार्टी के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं की तरफ से चक्काजाम और प्रदर्शन किया जाएगा। अगर काली कमाई की बात की जाए तो उन्होंने बताया कि, महासमुंद जिले के लिए उपरोक्त प्लेसमेंट एजेंसियों को संचालित करने के लिए सिर्फ एक व्यक्ति प्रवेश सुराना को अधिकृत किया गया था। जो पैसे का हिसाब-किताब और लेनदेन की जानकारी रखता है।
© Copyright 2025 : Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS
-
Home
-
Menu
© Copyright 2025: Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS