इधर बलास्टिंग कम करने खदान में आंदोलन : उधर ढह गया मकान, पड़ोसी आवाज नहीं देता तो मलबे में दब जाता परिवार...

कोरबा। छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में कुसमुंडा खदान के विस्तार से प्रभावित लोग बेहद परेशान और दुखी हैं। रोजगार विस्थापन बसावट की मांग को लेकर आए दिन आंदोलन हो रहे हैं। जो गांव खदान से बेहद करीब है वे खदान में होने वाले ब्लास्टिंग की परेशानियों से जूझ रहे हैं। बुधवार को गेवरा बस्ती वार्ड 60 के पार्षद अजय प्रसाद के नेतृत्व में कुसमुंडा खदान से लगे बरपाली ग्राम के ग्रामीणों ने ब्लास्टिंग से परेशान होकर अन्य स्थान पर विस्थापन की मांग को लेकर खदान बंद करा दिया। लगभग 4 घंटे बाद प्रबंधन ने 5 मार्च को बैठक कर निराकरण की बात कही। इधर कुसमुंडा खदान में ब्लास्टिंग कम करने घरों में दरार पड़ने की शिकायत पर प्रबंधन के अधिकारी ब्लास्टिंग कम करने का आश्वासन दे ही रहे थे की उधर बरपाली गांव में ब्लास्टिंग के दौरान एक घर का छप्पर भरभरा कर गिर गया। देखिए वीडियो-
कमरे में सो रहे थे बच्चें
घर के मुखिया हरी दास की पत्नी ने बताया कि उसकी दोनों बेटी दोपहर में अपने बच्चों के साथ घर के कमरे में सो रही थी। थोड़ी देर बाद पड़ोस में रहने वाले कमलेश नामक युवक आया और आवाज देने लगा। उसकी आवाज सुनकर सभी उठ गए और कमरे से बाहर निकल आए। थोड़ी देर बाद कमरे का छप्पर भरभरा कर जमीन पर गिर गया। सभी दौड़ कर कमरे की ओर आए और देखा की कमरे का पूरा का पूरा छप्पर जमीदोस हो गया। सभी भगवान का शुक्रिया अदा करने लगे की किसी को कोई चोट नहीं लगी, वरना किसी बड़े हादसे से इंकार नहीं किया जा सकता था। देखिए वीडियो-
गिरा घर का छप्पर
बताया जा रहा है कि कुसमुंडा खदान की ब्लास्टिंग की वजह से घर की छप्पर गिरी है। हरी दास के पड़ोस में रहने वाली मेदनी बाई ने भी अपना घर दिखाया। उनके घर पर भी दीवार पर बड़ी-बड़ी दरारें हैं। घर की सीट भी टूट रही है। कुसमुंडा खदान से लगे सभी ग्रामों का यही हाल है। बरपाली के साथ-साथ पाली, पडनिया, जटराज आदि ग्रामों में आए दिन ब्लास्टिंग से घर टूट रहे हैं। जल्द से जल्द अगर इन गावों का विस्थापन नहीं हुआ तो आने वाले समय में बड़ी अनहोनी से इंकार नहीं किया जा सकता। देखिए वीडियो-
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