50 दिन बाद कल से एम्स में ओपीडी, ऑनलाइन पंजीयन के बाद जांच और इलाज की सुविधा

50 दिन बाद कल से एम्स में ओपीडी, ऑनलाइन पंजीयन के बाद जांच और इलाज की सुविधा
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कोरोना की दूसरी लहर के दौरान बंद की गई एम्स की ओपीडी सोमवार से पुन: प्रारंभ होगी। इस दौरान सीमित मरीजों का नियम लागू रहेगा और संचालित ब्रॉड स्पेशलिटी विभाग में 50 और सुपर स्पेशलिटी विभाग में 20 मरीजों की जांच और इलाज किया जाएगा।

कोरोना की दूसरी लहर के दौरान बंद की गई एम्स की ओपीडी सोमवार से पुन: प्रारंभ होगी। इस दौरान सीमित मरीजों का नियम लागू रहेगा और संचालित ब्रॉड स्पेशलिटी विभाग में 50 और सुपर स्पेशलिटी विभाग में 20 मरीजों की जांच और इलाज किया जाएगा। ओपीडी में आने वालों के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन अनिवार्य होगा और टेलीमेडिसिन सुविधा भी संचालित होगी।

कोरोना के मरीज बढ़ने की वजह से 17 अप्रैल से एम्स में नॉनकोविड मरीजों के लिए संचालित ओपीडी को स्थगित कर दिया गया था। दूसरी लहर के बेहद कमजोर होने के बाद ओपीडी की सेवा 7 जून सोमवार से पुन: प्रारंभ किए जाने की संभावना है। ओपीडी सेवाएं ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के माध्यम से उपलब्ध होंगी। इस दौरान प्रतिदिन प्रातः 9 बजे से दोपहर 1.30 बजे तक संचालित ब्रॉड स्पेशलिटी की ओपीडी में 30 नियमित और 20 नए मरीज शामिल होंगे।

इसी प्रकार सुपर स्पेशलिटी में 10 नियमित और 10 नए मरीज शामिल होंगे। इसके लिए मरीजों को https://ors.gov.in/index.html के माध्यम से ऑनलाइन पंजीयन कराना होगा। प्रत्येक रोगी के साथ सिर्फ एक परिजन को आने की अनुमति होगी। सभी को सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए मास्क लगाना होगा।

ब्रेस्ट कैंसर क्लीनिक बुधवार को

विशेष चिकित्सकीय उपचार सेवाओं में स्पेशल ब्रेस्ट कैंसर क्लीनिक का प्रत्येक बुधवार को दोपहर 2 से 4 बजे के बीच डी ब्लाक स्थित सर्जरी विभाग में डॉ. राधाकृष्ण रामचंदानी के निर्देशन में संचालन होगा। ओपीडी व्यवस्था की समीक्षा सप्ताहभर बाद की जाएगी और स्थिति को देखते हुए इसे नियमित रखा जाएगा।

कोरोना के डेढ़ सौ मरीज

एम्स में कोविड के सक्रिय मरीजों की संख्या 150 है, वहीं लगभग म्यूकर माइकोसिस (ब्लैक फंगस) के 150 मरीज भर्ती हैं। भविष्य में दोनों तरह की शिकायत वाले मरीजों को उपचार की सुविधा दी जाएगी। एम्स में मरीजों की संख्या काफी अधिक थी। यहां कोविड मरीजों के लिए पांच सौ बेड की व्यवस्था की गई है।

मरीजों को मिलेगा लाभ

ओपीडी सेवाएं पुनः प्रारंभ होने का लाभ बड़ी संख्या में रोगियों को मिल सकेगा। पहले चरण में सीमित संख्या में मरीजों को ओपीडी सेवाएं प्रदान की जाएंगी। इस दौरान टेलीमेडिसिन की सुविधा पूर्ववत जारी रहेगी।


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