स्थानीय मजदूरों के शोषण का आरोप : नाकोड़ा इंपैक्स पाइप उद्योग से निकाले गए 11 मजदूर और भेज दिए गए थाने... बवाल होने पर फिर क्या हुआ... पढ़िए...

स्थानीय मजदूरों के शोषण का आरोप : नाकोड़ा इंपैक्स पाइप उद्योग से निकाले गए 11 मजदूर और भेज दिए गए थाने... बवाल होने पर फिर क्या हुआ... पढ़िए...
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क्षेत्र के नेतानुमा लोग उद्योगपति के साथ मिलकर ग्रामीण मजदूरों का शोषण करते हैं। इसके बाद कम्पनियों में शोषण के खिलाफ किसी तरह की आवाज नहीं उठाते। कांग्रेस, भाजपा, शिवसेना, जोगी कांग्रेस सभी दल के स्थानीय नेता चुप्पी साधे बैठे हैं। पढ़िए पूरी खबर...

दिलीप वर्मा-तिल्दा-नेवरा। छत्तीसगढ़ में तिल्दा के पास स्थित नकोड़ा इंपैक्स पाइप उद्योग से 11 स्थानीय मजदूरों को बिना कारण नौकरी से निकल दिया गया है। इस मामले की जानकारी इंटक युवा कांग्रेस को हुई तो संगठन के सदस्य मजदूरों के साथ मिलाकर कम्पनी गेट के सामने धरना प्रदर्शन करने लगे। इसके बाद रायपुर से पुलिस बल बुलाकर सभी को पुलिस बस में बैठाकर तिल्दा थाना ले जाया गया। यह पूरा मामला तिल्दा नेवरा थाना क्षेत्र का है।

बता दें कि, तिल्दा ब्लॉक को औद्योगिक क्षेत्र घोषित करने के बाद कई छोटे बड़े उद्योग खुल गए हैं और खुल भी रहे हैं। उद्योग लगाने से पहले उद्योगपति ग्रामीणों के लिए घोषणाएं करने में कोई कमी नहीं करते हैं। लेकिन जब उनका काम हो जाता है तो उद्योगपति अपने किए वादों से मुकर जाते हैं और क्षेत्र के तथाकथित नेतानुमा लोग उद्योगपतियों के साथ मिलकर अपना उल्लू सीधा करते हैं और भोले -भाले ग्रामीण ठगे जाते हैं।

दअरसल, तिल्दा के खमहरिया में नाकोड़ा इंपेक्स उद्योग संचालित है जो कि, एक बहुत बड़ी कम्पनी है। वहां बड़े पैमाने पर उद्योग चल रहा है, जहां बाहरी मजदूरों का जमावड़ा है। ग्राम के 11 लोकल मजदूरों को प्लांट प्रबन्धन द्वारा बिना कारण नौकरी से निकाल दिया गया है। इसकी जानकारी होने पर बलौदाबाजार क्षेत्र के इंटक नेता मजदूरों के साथ मिलाकर कम्पनी गेट के सामने धरना प्रदर्शन करने लगे। इसके बाद रायपुर से पुलिस बल बुलाकर सभी को पुलिस बस में बैठाकर तिल्दा थाना ले जाया गया। इंटक युवा कांग्रेस के पदाधिकारी नेवरा थाना पहुंचे और अपना विरोध जताया जहां समझाइश के बाद शर्तों के साथ इंटक के उक्त नेता व 11 मजदूरों को छोड़ा गया। मजदूरों ने जब नाकोड़ा कम्पनी के एचआर हेड सोनू राम कौशिक से संपर्क किया गया। इसके बाद सोनू राम कौशिक ने कहा कि सभी 11 मजदूर ठेकेदार के अंडर कार्यरत थे वह ठेकेदार बताएगा कि वह आप लोगों को काम से क्यों निकाला गया है।

ग्रामीण मजदूरों का शोषण

मजदूरों ने बताया कि, क्षेत्र के नेतानुमा लोग उद्योगपति के साथ मिलकर ग्रामीण मजदूरों का शोषण करते हैं। इसके बाद कम्पनियों में शोषण के खिलाफ किसी तरह की आवाज नहीं उठाते। कांग्रेस, भाजपा, शिवसेना, जोगी कांग्रेस सभी दल के स्थानीय नेता चुप्पी साधे बैठे हैं। देखें वीडियो


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