अमृतधारा गुलजार : पहली बारिश के साथ ही शबाब पहुंची जलप्रपात की खूबसूरती, मनोहारी दृश्य का आनंद लेने पहुंचने लगे पर्यटक

रविकांत सिंह राजपूत-मनेन्द्रगढ़। छततीसगढ़ के मनेन्द्रगढ़, चिरमिरी, भरतपुर जिले में मानसून की दस्तक के साथ हुई भारी बारिश से अमृतधारा जलप्रपात पूरे शबाब पर है। एनएच-43 पर लाई पंचायत से 8 किमी. दूर स्थित अमृतधारा जलप्रपात में पानी का बहाव तेज होने से यह प्रपात धुआंधार नजर आ रहा है। यहां का खूबसूरत नजारा देखने के लिए बड़ी संख्या में पर्यटक पहुंचते हैं। छत्तीसगढ़ के साथ ही पड़ोसी राज्य मध्यप्रदेश के पर्यटक भी यह वाटरफॉल को देखने बड़ी संख्या में पहुंच रहे हैं। जलप्रपात की सुंदरता बारिश होते ही निखर आई है। मनेन्द्रगढ राष्ट्रीय राजमार्ग पर ग्राम लाई से 8 किलोमीटर और मनेन्द्रगढ जिला मुख्यालय से 28 किलोमीटर दूर स्थित है। इस जलप्रपात तक पहुंचने के लिए प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत पक्की सडक का निर्माण कराया गया है।

लगभग सौ फीट की ऊंचाई से गिरता है पानी
जिले के विशिष्ट पर्यटन केन्द्र के रूप में पहचान बना चुके अमृतधारा जलप्रपात में पानी 100 फिट की ऊंचाई से गिरता है। इतनी ऊंचाई से गिरती जलधारा की दूधिया अनुपम छटा देखते ही बनती है। आसपास के घने जंगल के बीच बना जलप्रपात मनमोहक दृश्य प्रस्तुत करता है। जलप्रपात के समीप जनजातियों के बसे गांव का नाम भी अमृतधारा है। इस जलप्रपात का पुराना नाम विसवाही था जिसे बाद में कोरिया रियासत के राजा ने अमृतधारा नाम दिया। जलप्रपात में सालभर पर्यटक और शैलानी आते हैं। जो मनमोहक दृश्य का आनंद उठाते हैं।
सालभर रहती है पर्यटकों की भीड़
अमृतधारा जलप्रपात का मनोहारी प्राकृतिक सौंदर्य किसी को भी अपनी ओर बरबस आकृष्ट करने में सक्षम है। जो भी यहॉ आकर इसकी मनोरम छटा केा देखता है, वह यहॉ के सौंदर्य के प्रति ऋणी होकर रह जाता है। ग्रीष्म ऋतु का मौसम हो या फिर नववर्ष का स्वागत हजारों प्रकृति प्रेमी पर्यटक सैर करने और पिकनिक मनाने के लिए इस रमणीय स्थल में आते है। हसदो नदी का किनारा व इससे लगे घने वन क्षेत्र का प्राकृतिक सौंदर्य पर्यटकों को मानो बार-बार आने का न्योता देता है। देखिए वीडियो -
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