इमरजेंसी यूनिट में गंभीर मरीजों के लिए योक्षलो-रेड जोन, हेल्प डेस्क बनाकर 16 डॉक्टरों की ड्यूटी

इमरजेंसी यूनिट में गंभीर मरीजों के लिए योक्षलो-रेड जोन, हेल्प डेस्क बनाकर 16 डॉक्टरों की ड्यूटी
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रायपुर में गंभीर स्थिति में इलाज के लिए आंबेडकर अस्पताल आने वाले मरीजों को सरल तरीके से उपचार की सुविधा देने के लिए इमरजेंसी यूनिट तैयार की जा रही है।

रायपुर: गंभीर स्थिति में इलाज के लिए आंबेडकर अस्पताल आने वाले मरीजों को सरल तरीके से उपचार की सुविधा देने के लिए इमरजेंसी यूनिट तैयार की जा रही है। इसमें मरीजों के कंडीशन के आधार पर उनके लिए ग्रीन, यलो और रेड जोन तैयार किया जा रहा है। इमरजेंसी मरीजों की सुविधा के लिए सीएमओ दफ्तर को दूसरे द्वार की ओर शिफ्ट कर दिया गया है।

आंबेडकर अस्पताल आपातकाल में आने वाले मरीजों को उपचार के लिए मुख्य द्वार से प्रवेश कर आपात चिकित्सा अधिकारी की जांच के बाद इमरजेंसी यूनिट में जाना पड़ता था और इसमें वक्त लगता था। इसी तरह जांच से लेकर ओपीडी पर्ची तक मरीज और परिजनों को परेशानी होती थी। इसी समस्या को दूर करने के लिए वहां ट्रामा सेंटर की व्यवस्था को इमरजेंसी यूनिट के रूप में तैयार किया जा रहा है। इसमें मरीजों की गंभीर स्थिति के आधार पर कमरे तैयार किए जा रहे हैं, जहां सामान्य, गंभीर तथा अतिगंभीर मरीजों को ग्रीन, यलो और रेड जोन में रखा जाएगा। मरीजों और उनके परिजनों को भटकना ना पड़े, इसके लिए वहां हेल्प डेस्क तैयार किया जा रहा है। यहां 16 डाक्टरों की ड्यूटी लगाई जाएगी जो रोटेशन के आधार पर अपनी सेवा देंगे। इसी बदलाव के तहत आपात चिकित्सा कार्यालय को भी स्थानातंरित कर दिया गया। अब सीएमओ सोनोग्राफी कक्ष के सामने स्थित कमरे में बैठेंगे और मरीजों को चेक कर वहां से ग्रीन, यलो रेड जोन में भेजेंगे। अभी सीएमओ कार्यालय मुख्य द्वार की तरफ था, जिसे नर्सिंग स्टाफ का रेस्ट रूम बनाने की योजना है।

प्रतिमा द्वार से प्रवेश

इमरजेंसी में आने वाले मरीजों को ओपीडी गेट की तरफ नहीं जाना होगा। मरीज सीधे डा. आंबेडकर प्रतिमा वाले गेट से अस्पताल में प्रवेश करेंगे। वहां हेल्प डेस्क में मौजूद कर्मचारी मरीज की हालत देखते हुए इसकी जानकारी सीएमओ को देगा और उनके उपचार की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।

हटेंगे कुछ और केबिन

इमरजेंसी यूनिट तैयार करने के लिए जरूरत के हिसाब से केबिन तैयार किए जा रहे हैं। इसकी वजह से भूतल के वार्ड, रसोईघर की तरफ आवाजाही में थोड़ा व्यवधान होने लगा है। इसे देखते हुए वहां बनाए गए कुछ संस्थाओं के केबिन को भी हटाने की तैयारी है। साथ ही अस्पताल की पुलिस चौकी को बाहर शिफ्ट करने की योजना भी है।

तत्काल उपचार की सुविधा

इमरजेंसी यूनिट के माध्यम से अस्पताल आने वाले गंभीर मरीजों को तत्काल उपचार की सुविधा मिलेगी। इसके लिए मरीज दूसरे द्वार से प्रवेश करेंगे।

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