आत्मानंद स्कूल की भेंट चढ़ा एक और नामी स्कूल : हिन्दी माध्यम में प्रवेश देना तो दूर स्कूल ही बंद करने की तैयारी, संचालनालय के आदेश की भी अवहेलना

मुकेश बैस/जांजगीर-चांपा। छत्तीसगढ़ के जांजगीर-चांपा जिले का जिला मुख्यालय जांजगीर के सबसे पुराने शासकीय हाई स्कूल में बच्चों का एडमिशन न लेकर इसे बंद करने की तैयारी की जा रही है। आत्मानंद अंग्रेजी स्कूल खुलने के बाद जगह और स्टॉफ की कमी का हवाला देकर हिन्दी माध्यम स्कूल में प्रवेश बंद कर दिया गया है। शिक्षा संचालनालय के आदेश का पालन करने की बजाए एडमिशन बंद करने से गरीब तबके के विद्यार्थी और अभिभावक परेशान हैं और एडमिशन के लिए स्कूल के चक्कर काटने मजबूर हो रहे हैं।
बता दें कि शिक्षा संचालनालय का स्पष्ट आदेश है कि जहां भी पूर्व से हिन्दी माध्यम स्कूल संचालित है, वहाँ आत्मानंद स्कूल के साथ ही हिन्दी माध्यम स्कूल भी पहले की तरह चलाए जाएंगे। इस आदेश का अन्य जगहों पर पालन भी हो रहा है, लेकिन जांजगीर के हाई स्कूल क्रमांक 1 में हिन्दी मीडियम में दाखिला न लेकर बच्चों को वापस लौटा दिया जा रहा है। इसी भवन में अंग्रेजी माध्यम की क्लास भी लगने लगी है, लेकिन हिन्दी मीडियम में एडमिशन की प्रक्रिया तक नहीं हो रही।
जिम्मेदारों ने नहीं की कोई पहल
स्कूल में प्रवेश नहीं मिलने से अभिभावक परेशान हैं और इसकी शिकायत भी जिम्मेदारों से की जा चुकी हैं, लेकिन इसके बावजूद हिन्दी माध्यम स्कूल में प्रवेश को लेकर जिम्मेदारों की ओर से कोई पहल नहीं की जा रही है। अधिकारी अब प्राचार्य को निर्देशित करने की बात कहते हुए बचने का प्रयास कर रहे हैं।
स्कूल में दूर-दूर से पढ़ने आते थे विद्यार्थी
शासकीय हाई स्कूल क्रमांक 1 जिला मुख्यालय जांजगीर का सबसे पुराना स्कूल है। यह स्कूल साल 1953 से संचालित है। एक वक्त था जब इस स्कूल में दूर-दूर से विद्यार्थी पढ़ने आते थे, लेकिन अब शहर के बच्चे ही एडमिशन के लिए भटक रहे हैं। देखिए वीडियो-
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