सैंकडों की संख्या में एशियन ओपन बिल पक्षियों की तर्रीघाट में लगी पंचायत

सैंकडों की संख्या में एशियन ओपन बिल पक्षियों की तर्रीघाट में लगी पंचायत
X
राजधानी से महज 20 किलोमीटर दूर पुराना धमतरी रोड के तरीघाट में इन दिनों एशियन ओपन बिल पक्षियों का जमावाड़ा लगा हुआ है। लचकेरा में एशियन बिल पक्षियों का स्थायी डेरा है। उल्लेखनीय है एशियन बिल पक्षी सेंट्रल छत्तीसगढ़ में बहुतायत पाया जाता है। स्थानीय रहवासियों के मुताबिक तरीघाट में इतनी बड़ी संख्या में एशियन बिल पक्षियों को पहली बार देखा गया है।

राजधानी से महज 20 किलोमीटर दूर पुराना धमतरी रोड के तरीघाट में इन दिनों एशियन ओपन बिल पक्षियों का जमावाड़ा लगा हुआ है। लचकेरा में एशियन बिल पक्षियों का स्थायी डेरा है। उल्लेखनीय है एशियन बिल पक्षी सेंट्रल छत्तीसगढ़ में बहुतायत पाया जाता है। स्थानीय रहवासियों के मुताबिक तरीघाट में इतनी बड़ी संख्या में एशियन बिल पक्षियों को पहली बार देखा गया है।

पक्षी विशेषज्ञ डॉ. एएमके भरोस के मुताबिक छत्तीसगढ़ की अपेक्षा पड़ोसी राज्य तेलंगाना में एशियन ओपन बिल पक्षियों की संख्या कई गुना ज्यादा है। राज्य में एशियन ओपन बिल पक्षियों की संख्या में पिछले कुछ वर्षों से वृद्धि हो रही है। पक्षी विशेषज्ञ के मुताबिक पक्षियों की इस तरह एकजुटता की वजह बारिश के दिनों में इनका ब्रीडिंग का सीजन रहता है। इस वजह से यह पक्षी शांत तथा सुरक्षित जगह की तलाश में रहते हैं। तरीघाट में अनुकूल माहौल मिलने की वजह से पक्षियों की संख्या में वृद्धि हुई है।

सामाजिक परिंदे

स्थानीय रहवासियों के मुताबिक एशियन ओपन बिल पक्षी अंडे देने के बाद उसी जगह के आसपास विचरण करते हैं। साथ ही पक्षियों का अलग-अलग समूह अंडों की रखवाली करता है। अंडे से चूजा निकलने के बाद भी पक्षी चूजे के आसपास रह रहे हैं। इस वजह से एशियन ओपन बिल पक्षी को समाजिक पक्षी कहा जाता है।

नया रायपुर में भी बसेरा

एशियन ओपन बिल पक्षियों की संख्या नया रायपुर में भी बढ़ रही है। नया रायपुर और पचेड़ा तालाब के पास इस प्रजाति के पक्षियों का समूह आसानी से देखे जा सकते हैं। इस तरह से एशियन ओपन बिल पक्षियों की संख्या महासमुंद, धमतरी के बाद रायपुर में बढ़ रही है। पक्षियों की बढ़ोतरी से पक्षी प्रेमी खुश हैं। प्रशासन से पक्षियों की संरक्षण, संवर्धन के लिए उचित कदम उठाने की मांग कर रहे हैं।


Tags

Next Story