सावधान... आप जो भाजी खा रहे हैं, वह जहरीली तो नहीं? यहां भाजी खाकर पूरा परिवार हुआ अर्धविक्षिप्त...

सावधान... आप जो भाजी खा रहे हैं, वह जहरीली तो नहीं? यहां भाजी खाकर पूरा परिवार हुआ अर्धविक्षिप्त...
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पलारी विकासखंड में स्थित धमनी गांव में एक अजीबोगरीब वाकया ने इलाके के लोगों को सकते में डाल दिया है। दरअसल ग्राम धमनी के भिखारी राम यादव परिवार के सभी सदस्यों ने अपनी घर की बाड़ी से अमारी (पटवा) भाजी तोड़कर उसकी सब्जी बनाकर सेवन किया था। इसके बाद घर के सभी 5 सदस्यों की मति विचलित हो गई। पढ़िए पूरी खबर...

बलौदाबाजार। छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार जिले के पलारी विकासखंड में स्थित धमनी गांव में एक अजीबोगरीब वाकया ने इलाके के लोगों को सकते में डाल दिया है। दरअसल ग्राम धमनी के भिखारी राम यादव परिवार के सभी सदस्यों ने अपनी घर की बाड़ी से अमारी (पटवा) भाजी तोड़कर उसकी सब्जी बनाकर सेवन किया था। इसके बाद घर के सभी 5 सदस्यों की मति विचलित हो गई। घर के सदस्यों की अजीबोगरीब मनोस्थिति के कारण उन्हें सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पलारी में भर्ती कराया गया। चिकित्सा अधिकारी एफआर निराला का कहना है कि हो सकता है भाजी में कोई जहरीली वनस्पति का मिश्रण रहा हो या साथ में गांजा भांग जैसा कोई पौधा उग आया हो जिसके कारण इस तरह के सिम्टम्स हुए। इस मामले में कृषि विभाग के अधिकारी ही जांच कर बता पाएंगे।

लेकिन परिवार के सदस्यों का मानना है कि उन्होंने अपनी बाड़ी से तोड़ी गई अमारी भाजी को अपने हाथों से तोड़कर अच्छे से साफ कर धोकर उसकी सब्जी बनाई थी। लेकिन उसे खाने के बाद सभी 5 सदस्यों का दिमाग विचलित होने लगा। उन्हें चक्कर आने के साथ भूलने एवं बेहोशी जैसी स्थिति निर्मित हो गई। इस घटना के बाद से गांव में अमारी भाजी को लेकर लोगों में डर बैठ गया है। वहीं पीड़ित सदस्यों को अस्पताल से छुट्टी कर दी गई है। पीड़ित परिवार भी इस घटना से असमंजस में है। परिवार के सदस्यों ने बताया कि अमारी भाजी की ये पहली फसल थी, जिसे उत्सुकता से परिवार ने सब्जी बनाया था, लेकिन सेवन के बाद से सभी सदस्यों की मानसिक रूप से बीमार हो जाना एक बड़ा प्रश्न है। घर में भाजी खाने से जिन सदस्यों की तबीयत खराब हुई थी, उनके नाम- भिखारी राम यादव 70 वर्ष, पत्नी रूखमणी 55 वर्ष, ममता 30 वर्ष, मोनिका 18 वर्ष, युवराज 13 वर्ष, निलेश 9वर्ष और प्रमोद कुमार यादव 22 वर्ष है। सभी ग्राम धमनी के निवासी है। बता दें कि छत्तीसगढ़ में 36 प्रकार की भाजियों पर रिसर्च भी जारी है। भारत ही नहीं पूरे विश्व में छत्तीसगढ़ की पौस्टिक भाजियों के ऊपर की किताब लिखे गए हैं, लेकिन धमनी गांव की घटना ने लोगों को डरा दिया है।





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