भालुओं ने बढ़ाई ग्रामीणों की चिंता : भोजन और पानी की तलाश में गांव तक पहुंच रहे भालू, वन विभाग की लापरवाही...

भालुओं ने बढ़ाई ग्रामीणों की चिंता : भोजन और पानी की तलाश में गांव तक पहुंच रहे भालू, वन विभाग की लापरवाही...
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जंगलों में भालू और जंगली जानवरों के खाने-पीने वन संरक्षण संवर्धन के लिए जामवंत परियोजना चलाई गई थी। लेकिन वह योजना भी फेल हो चुकी है, जिससे जगली जानवर जंगलों में भटककर रिहायशी इलाके में पहुंच रहे हैं। पढ़िए पूरी खबर...

टोकेश्वर साहू - कांकेर । छत्तीसगढ़ का कांकेर शहर भालुओं के शहर के नाम से इन दिनों मशहूर हो रहा है। पिछले कुछ महीनों से लगातार भालुओं का झुंड पहाड़ी क्षेत्र और जंगलों से बाहर निकलकर शहर की ओर कूच कर रहा है और हर रोज मोहल्ले और मुख्य सड़कों में भालुओं का झुंड देखा जा रहा है। यहां आए दिन जंगली जानवर रिहायशी इलाके का रुख करने लगे हैं। इसी क्रम में एक बार फिर सुबह-सुबह भालू भोजन की तलाश में जंगल से भटक कर कांकेर वन परिक्षेत्र के रामनगर में स्थित अभयारण्य में पंहुचा गया और घूम रहा था।

वन विभाग की लापरवाही

दरअसल, जंगलों में भालू और जंगली जानवरों के खाने-पीने वन संरक्षण संवर्धन के लिए जामवंत परियोजना चलाई गई थी। लेकिन वह योजना भी फेल हो चुकी है, जिससे जंगली जानवर जंगलों से भटककर रिहायशी इलाके में पहुंच रहे हैं। भालू कभी खुद दुर्घटना का शिकार हो जाते हैं तो कभी लोगों को भी नुकसान पहुंचाते है। बता दें, जामवंत परियोजना में न प्यास बुझाने के लिए पानी है और न भूख मिटाने के लिए भोजन। वन विभाग की लापरवाही से रोजाना भालू शहर की तरफ आ रहे है। देखिए वीडियो -


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