वैक्सीनेशन सेंटरों में बड़ी लापरवाही, न रिपोर्ट न ही जवाबदारी

रायपुर । जिले के वैक्सीनेशन सेंटरों में इन दिनों बड़ी लापरवाही बरती जा रही है। खासकर लोगों को इंजेक्शन लगने के बाद उन्हें रिपोर्ट देने में अमले की सुस्ती ने आम लोगों के बीच बेचैनी बढ़ा दी है। रामनगर के ही दो वैक्सीनेशन सेंटर में इस तरह से मामले बाहर आ रहे हैं, जहां इंजेक्शन लगने वालों को रिपोर्ट लेने के लिए भटकना पड़ रहा है। पहला डोज लगा लेने के बाद आने वाले समय में दूसरे डोज के लिए लोग असमंजस की स्थिति में हैं। कई सेंटरों में हाल ऐसा भी है, जहां 45 दिन की अवधि पूरी कर लेने के बाद इंजेक्शन नहीं होने का हवाला देकर लोगों को 83 दिन बाद आकर दूसरा डोज लगाने के लिए कहा जा रहा है।
गौरतलब है कि यूपी में एक महिला को डबल इंजेक्शन लगा देने की घटना सामने आई है। रायपुर में भी इस तरह का धोखा हो सकता है, ऐसे में आने वाले समय में स्थिति कभी भी गंभीर बन सकती है। रामनगर में रहने वालों का कहना है, यहां पहला इंजेक्शन लगने के बाद रिपोर्ट-सर्टिफिकेट देने की व्यवस्था है, लेकिन रामनगर में वैक्सीनेशन सेंटर में प्रिंटर तक गायब है। लोगों को मोबाइल में डिजिटल मैसेज भी नहीं आ रहा है।
रामनगर में एक दंपति के सर्टिफिकेट मांगने पर स्वास्थ्य अमले ने उन्हें सीधे मना कर दिया। स्थानीय युवक ने बताया, कुछ रोज पहले ही उन्होंने इंजेक्शन लगवाया था। उन्हें भी न तो कोई मैसेज आया और न ही सर्टिफिकेट दिया गया। संपर्क करने पर अमले ने अपनी जवाबदारी लेने से ही मना कर दिया।
शक्ति नगर, शंकर नगर में रहने वाले एक व्यक्ति ने बताया, 45 दिन की अवधि पूरी कर लेने के बाद उन्होंने शंकर नगर वैक्सीनेशन सेंटर में संपर्क किया था। यहां उन्हें यह कहकर लौटा दिया गया कि अभी इंजेक्शन नहीं है। 84 दिन में दूसरा डोज लगा सकते हैं। उन्हें मैसेज पहुंच जाएगा।
मैनुअल रजिस्ट्रेशन में गड़बड़ी का अंदेशा
जिन जगहों पर डिजिटल सिस्टम बंद है, कहीं-कहीं मैनुअल डाटा तैयार कर रजिस्ट्रेशन किया जा रहा है। यहां सबसे ज्यादा गड़बड़ी होने का अंदेशा है। कम पढ़े लिखे लोगों के बीच वैक्सीन लगाने की तारीखें भूलने और फिर वैक्सीन का नाम याद नहीं आने की स्थिति में गड़बड़ी होने के पूरे आसार हैं। यह स्थिति लोगों के लिए नुकसान पैदा कर सकती है।
इस संबंध में मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी, मीरा बघेल ने कहा की वैक्सीनेशन के बाद लोगों को सर्टिफिकेट दिया जा रहा है। रामनगर से फिलहाल सर्टिफिकेट नहीं दिए जाने की कोई खबर नहीं दी गई है। अगर ऐसा है, तो स्थिति में सुधार करने कहा जाएगा।
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