बड़ी खबर: आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने उठाया सरकार के फैसले पर सवाल, दूसरे संगठनों ने भी दिया समर्थन

बड़ी खबर: आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने उठाया सरकार के फैसले पर सवाल, दूसरे संगठनों ने भी दिया समर्थन
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छत्तीसगढ़ जुझारू आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका संघ ने सभी जिला कलेक्टरों के अलावा महिला एवं बाल विकास विभाग के सचिव को लिखा है। पढ़िए पूरी खबर-

रायपुर। प्रदेश के आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने 7 सितंबर से आंगनबाडी खोले जाने संबंधी आदेश के प्रति विरोध व्यक्त किया है। उनका कहना है कि इससे बच्चों में कोरोना संक्रमण का खतरा बढ़ जाएगा। इस आशय का पत्र कार्यकर्ताओं ने रायपुर समेत सभी जिला कलेक्टरों के अलावा महिला एवं बाल विकास विभाग के सचिव को लिखा है।

छत्तीसगढ़ जुझारू आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका संघ की प्रांताध्यक्ष पदमावती साहू, उपाध्यक्ष भुनेश्वरी तिवारी और राजनांदगांव ईकाई की अध्यक्ष लता तिवारी ने बताया कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं ने घर-घर जाकर कोविड-19 टेस्ट के लिए सैंपल लिया है। वे स्वास्थ्य विभाग की टीम के साथ लगातार संपर्क में रहे हैं, ऐसे में बच्चों के संक्रमित होने की आशंका बढ़ जाएगी। इसके अलावा ब्यूटिशियन एवं समाजसेविका प्रभा जैन ने भी सरकार के इस फैसले का विरोध किया है। ब्यूटी पार्लर एसोसिएशन से जुड़ी रेणुका दास कहती हैं कि ऐसी नाजुक परिस्थिति में बच्चों को आंगनबाड़ी बुलाना घातक हो सकता है। छत्तीसगढ़ जुझारू आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका संघ की राजनांदगांव ईकाई की प्रमुख लता तिवारी कहती हैं कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सरकार की तमाम योजनाओं में अपनी भूमिका बखूबी निभाते आ रहे हैं, इसके लिए बावजूद सरकार उन्हें सुरक्षा देने की बजाय उपेक्षा कर रही है। अब तो सरकार के इस आदेश ने बच्चों की सेहत को भी जोखिम में डाल दिया है।
महिला एवं बाल विकास विभाग के सचिव और सभी जिलों के कलेक्टरों को पत्र लिखा है-








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